मुंगेली जिले के पथरिया के स्वामी आत्मानन्द स्कूल में प्राचार्य के खिलाफ पालको और स्टाफ ने गंभीर आरोप लगाते हुए कार्रवाई कर स्कूल से तत्काल हटाने के लिए जनदर्शन में आवेदन किया है।

पथरिया के स्वामी आत्मानन्द स्कूल में इन दिनों अव्यवस्था का अंबार है.. शिक्षा के मंदिर में पढाई तो नहीं हो रही, अलबत्ता ये राजनीति का अखाड़ा जरूर बन गया है… स्कूल के प्राचार्य सुरजीत सिंह टण्डन के खिलाफ पालको ने दुर्व्यवहार और अनुभव की कमी का आरोप लगाते हुए बताया है कि प्राचार्य उनके साथ मे दुर्व्यवहार करते है साथ ही अनुभव की कमी होने की वजह से स्कूल को सही तरीके से संचालित नही कर पा रहे.. स्कूल में पढाई और साफ सफाई नियमित रूप से नही हो पा रही है अनुभवहीन होने से पढ़ाई पूरी तरह से प्रभावित है… वही स्कूल के कई स्टाफ ने भेदभाव का आरोप लगाते हुए प्राचार्य पर महिलाओ के प्रति सॉफ्ट कार्नर होने की बात कही है। प्राचार्य अन्य स्टाफ को संविदा कर्मी होने की बात करके कार्रवाई करने की धमकी देते है… जिसकी वजह से स्कूल की अव्यवस्था को लेकर कोई सामने नही आता कोई खुलकर कहना नही चाहता। इससे पहले भी प्राचार्य के खिलाफ लिखित शिकायत की गई लेकिन शिकायत ठंडे बस्ते में है।

स्कूल के प्राचार्य ने इस मामले पर बताया कि संस्था प्रमुख होने पर उनके ऊपर ये बात उठाना लाजमी है बाकी मैंने किसी के साथ न दुर्व्यवहार किया है ना किसी को प्रताड़ित किया है उनको लगता है तो मेरी शिकायत कर ले इसके लिए वो स्वतंत्र है… मामले में जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि उनके पास किसी तरह का पत्र नही आया है अगर आता है तो मामले की जांच कर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।

जाहिर है मौजूदा विवाद का प्रभाव स्कूल की शिक्षा व्यवस्था पर पड़ रहा है। मुमकिन है कि प्राचार्य और अन्य शिक्षकों के बीच निजी अदावत की वजह से इस तरह के आरोप प्रत्यारोप लग रहे हैं। वहीं आरोप सही है या झूठे, इसकी जांच भी जरूरी है। इस बीच इस बात पर ध्यान देने की भी जरूरत है कि इन विवादों के चलते स्कूल में शिक्षण कार्य प्रभावित न हो।
