
बिलासपुर में बारिश की झड़ी ने रेलवे की तमाम तैयारियों की बैंड बजा दी है। स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर एक से लेकर अन्य प्लेटफार्मों तक शेड से पानी झरने की तरह टपक रहा है। यात्री भीगते हुए खड़े हैं, बैठने की जगह तक नहीं बची। ट्रैक पर पानी भर गया है, जिससे यात्रियों की सुरक्षा पर बड़ा खतरा मंडरा रहा है।ट्रैक के किनारे जलभराव ने रेल प्रशासन की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। न ट्रैक पर पानी निकालने की वैकल्पिक व्यवस्था है, न प्लेटफॉर्म पर कोई इंतजाम। ऐसे में दुर्घटना की आशंका बढ़ गई है।

सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो और तस्वीरें रेलवे की लापरवाही की गवाही दे रही हैं।हैरानी की बात ये है कि इस वक्त बिलासपुर रेलवे स्टेशन को एयरपोर्ट की तर्ज पर पुनर्विकसित करने का काम चल रहा है। दावा किया जा रहा है कि यहां हाई-क्लास यात्रियों को इंटरनेशनल सुविधाएं मिलेंगी, लेकिन मौजूदा हालात देखकर यही पूछा जा रहा है क्या यही है वो एयरपोर्ट जैसी व्यवस्था।रेलवे का करोड़ों का प्रोजेक्ट इस बारिश में पानी पानी हो गया है।शहडोल स्टेशन,जो बिलासपुर मंडल में ही आता है, वहां भी ट्रैक और प्लेटफॉर्म तक पानी भर गया है। सवाल ये है कि क्या सिर्फ दिखावे के नाम पर काम हो रहा है या फिर असल में रेलवे के दावे सिर्फ पोस्टर और विज्ञापन तक ही सीमित हैं।