
बिलासपुर कलेक्टर संजय अग्रवाल ने टीएल बैठक में जिले में चल रही फ्लैगशीप योजनाओं और लंबित प्रकरणों की समीक्षा की। उन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य, वृक्षारोपण, जल संरक्षण सहित विभिन्न विषयों पर अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए। कलेक्टर ने जिला शिक्षा अधिकारी को सख्त निर्देश दिए कि वे लगातार स्कूलों का निरीक्षण करें और अनुपस्थित शिक्षकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।

उन्होंने शिक्षा की गुणवत्ता से किसी प्रकार का समझौता नहीं करने की बात कही। बैठक में आयुष्मान कार्ड बनाने की धीमी गति पर कलेक्टर ने नाराजगी जताई। उन्होंने धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान के तहत लगाए गए शिविरों में 100% आयुष्मान कार्ड बनाए जाने के निर्देश दिए। इसके साथ ही मुख्यमंत्री जनदर्शन, पीएमओ पोर्टल और पीजीएन से प्राप्त शिकायतों और पत्रों के त्वरित निराकरण पर भी बल दिया गया।

उन्होंने हाई कोर्ट से संबंधित मामलों के समयसीमा में उत्तर भेजने पर विशेष ध्यान देने को कहा। जल संरक्षण को लेकर भी कलेक्टर ने गहन चर्चा की और निर्देश दिए कि पानी की समस्या वाले गांवों की सूची बनाकर वहां सोखता, पर्कोलेशन टैंक और बोरी बंधान जैसे कार्यों को प्राथमिकता दी जाए। साथ ही, भू-जल स्तर को बनाए रखने के लिए ठोस उपाय करने के निर्देश दिए। उद्योगों द्वारा किए जा रहे जल दोहन का मूल्यांकन करने के लिए भी कहा गया।

कलेक्टर ने 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के आयोजन की तैयारियों की समीक्षा करते हुए कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी। इसके साथ ही ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के तहत वृक्षारोपण कार्यों की समीक्षा की गई। उन्होंने सभी उद्योगों और खनन क्षेत्रों में पौधारोपण करने के निर्देश दिए। वन विभाग ने जानकारी दी कि इस बार 2 लाख 54 हजार पौधे लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। अंत में, कलेक्टर ने सभी विभाग प्रमुखों से लंबे समय से अनुपस्थित कर्मचारियों की सूची मांगी और स्कूलों में विशेषकर हाई स्कूलों में पढ़ने वाली छात्राओं का हीमोग्लोबिन जांच कराने के निर्देश दिए।