
बलौदाबाजार कलेक्टर दीपक सोनी के निर्देशानुसार मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ राजेश कुमार अवस्थी के मार्गदर्शन में खाद्य सुरक्षा अधिकारी उमेश वर्मा एवं टीम द्वारा चलित खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला के माध्यम से मंगलवार एवं बुधवार को भाटापारा व सिमगा के 41 प्रतिष्ठानों से 207 नमूने लिए गए जिसमें 199 मानक एवं 8 अवमानक मिले।अवमानक पान चटनी एवं बालूशाही को मौके पर नष्ट कराया गया तथा 4 दुकानों को नोटिस जारी किया गया।प्राप्त जानकारी के अनुसार भाटापारा में संचालित मीना बाजार के फूड स्टालों, फास्ट फूड सेंटर, गुपचुप ठेलों, मोमोज सेंटर आदि की जांच की गई।मोमोज सेंटर में खाद्य रंगों का अत्यधिक मात्रा में उपयोग किया जाना पाया गया अतः सभी मोमोज सेंटर वालों को 100 मिलीग्राम प्रति किलोग्राम अनुमत्य मात्रा में ही उपयोग करने की समझाइश दी गईं। सिमगा में कुल 19 प्रतिष्ठानों से 98 सैंपल चलित खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला के माध्यम से जांच किया गया जिसमें से 93 मानक 4 अवमानक तथा 1असुरक्षित पाया गए।अवमानक और असुरक्षित खाद्य पदार्थों को तुरंत नष्ट कराया गया।जांच किए जाने पर असुरक्षित गाय छाप मेटानिल येलो रंग का सोर्स पता लगने से लक्ष्मी किराना स्टोर्स पर जाकर 2 बॉक्स गाय छाप रंग का नष्टीकरण कराया गया।

साथ ही सभी किराना व्यापारियों को इसे खाद्य के रूप में न बेचने की हिदायत दी गई ।इसके साथ ही जैन होटल एवं स्वीट्स, अमित स्वीट्स, जय दुर्गा स्वीट्स एवं लक्ष्मी किराना स्टोर्स से कुल 7 मिठाईयों के नमूने लेकर जांच हेतु राज्य खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला भेजा गया साथ ही उपरोक्त दुकानों को 4-4 बिंदुओं पर नोटिस भी जारी किया गया।इस दौरान तीन दिवसीय बने खाबो, बने रहीबो अभियान के तहत खाद्य कारोबारियों एवं नगरवासियों को खाद्य पदार्थों को खरीदने से पहले ध्यान रखी जाने वाली बातों के संबंध में जागरूक किया गया।खाद्य कारोबारियों व आमजन को इस अभियान के उद्देश्यों और महत्व से अवगत कराया गया।लोगों को बताया गया कि चटख रंगों के खाद्य व मिठाइयों को खरीदने से बचें। सोनपापड़ी में वनस्पति घी का स्मेल चेक कर सकते हैं और चांदी वर्क उंगलियों में रगड़ कर देखें आसानी से बारीक हो जाए तभी खरीदे।पैकेज्ड मिठाइयों के लिए एफएसएसएआई लोगो, लाइसेंस नंबर, सामग्री सूची और समाप्ति तिथि की जाँच करें।