
नगर निगम ने शनिवार को जवाली नाले में अवैध निर्माण के खिलाफ अभियान चलाया इस दौरान दुकानों को जहां धराशाई किया गया तो वहीं सीमांकन के जरिए नाप जोक की कार्रवाई भी पूरी की गई इस दौरान यहां पुलिस प्रशासन के साथ विद्युत और नगर निगम के अधिकारी कर्मचारी पूरे समय मौजूद थे। पिछले कुछ समय से नगर निगम के द्वारा अवैध निर्माण के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है जिसके तहत शहर में अवैध निर्माण करने वाले दुकानों मकान पर नगर निगम का बुलडोजर चल रहा है इसी कड़ी में शनिवार को नगर निगम का बुलडोजर जवाली नाला पहुंचा जहां पिछले दिनों जवानी नाले के बगल में बनाए गए अवैध निर्माण को धराशाई किया गया इसके जद में लगभग चार से पांचदुकान आए हैं जबकि बाकी को भी तोड़े जाने के लिए नोटिस जारी कर दिया गया है हालांकि बताया जा रहा है कि इन सभी निर्माण कर्ताओं ने नगर निगम से स्वीकृति तो ली है लेकिन उसे अतिरिक्त निर्माण करने पर यह कार्रवाई नगर निगम के द्वारा की गई है लेकिन जिस तरह से भारी नुकसान इन व्यापारियों को नगर निगम ने पहुंचाया है यह दर्शाता है कि नगर निगम अब अवैध निर्माण के विरोध बेहद सजग है

लेकिन दूसरी और नजर डाली जाए तो नगर निगम के आंख के नीचे इस तरह से अवैध निर्माण फल फूल रहा है और निगम के अधिकारी मूर्खदर्शक बनकर बैठे हैं। जब इतनी बड़ी इमारत खड़ी हो गई तब नगर निगम को सुध नहीं आया कि उनके द्वारा अवैध निर्माण किया गया है।आनन फानन में नगर निगम ने नोटिस जारी किया और शनिवार की सुबह इसे तोड़ने भी पहुंच गए लेकिन इन सब के बीच सवाल यह उठता है कि नगर निगम ने पहले ही इस अवैध निर्माण पर रोक क्यों नहीं लगाई। हालांकि इस दिशा में हंगामा न हो इसे देखते हुए नगर निगम और पुलिस प्रशासन का अमला यहां पूरे समय मौजूद था और चाक चौबंद व्यवस्था के बीच में या कार्रवाई पूरी की गई। नगर निगम के अधिकारियों का मानना है कि इन्हें पूर्व में कई बार नोटिस जारी किया गया लेकिन उसके बाद भी इनके द्वारा निर्माण कार्य जारी रखने पर इस तरह की कार्रवाई की गई है।