
झीरम घाटी नक्सली हमले को 12 साल पूरे होने पर कांग्रेस ने इस दिन को शहीद दिवस के रूप में मनाया। इस अवसर पर पूर्व उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव ने बड़ा और चौंकाने वाला बयान देते हुए कहा कि यह हमला नक्सली नहीं था,बल्कि कांग्रेस नेताओं की हत्या के लिए रचा गया एक सुनियोजित राजनीतिक षड्यंत्र था।टीएस सिंहदेव ने कहा कि घटना स्थल पर स्वर्गीय नंदकुमार पटेल का नाम पूछना यह स्पष्ट करता है कि उन्हें विशेष रूप से निशाना बनाया गया।उन्होंने दावा किया कि हमले के पीछे वे ताकतें थीं, जो कांग्रेस की चुनावी जीत नहीं देखना चाहती थीं।

उन्होंने सवाल उठाया कि परिवर्तन यात्रा के प्रभारी होने के बावजूद NIA ने आज तक उन्हें पूछताछ के लिए तलब क्यों नहीं किया।उन्होंने इसे गंभीर लापरवाही बताते हुए जांच की पारदर्शिता पर भी प्रश्न उठाए।सिंहदेव ने बताया कि उन्होंने जांच समिति के समक्ष भी यह बात रखी थी कि यह हमला केवल नक्सली नहीं, बल्कि पूरी तरह राजनीतिक था।उनके इस बयान के बाद झीरम घाटी कांड एक बार फिर से सियासी बहस के केंद्र में आ गया है।