रविवार को पूर्व उपमुख्यमंत्री और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंह देव एक दिवसीय प्रवास पर बिलासपुर पहुंचे।इस दौरान वे जिला अस्पताल में उन बच्चों से मिलने पहुंचे जिनकी टीका लगने की वजह से हालत गंभीर हो गयी है। निरीक्षण के बाद मीडिया से चर्चा कर बाबा ने सत्ताधारी शासन के कामकाज को लेकर भी अपनी प्रतिक्रिया दी।

कोटा ब्लॉक के ग्राम पटैता में बीसीजी का टीका लगाने से लगभग 8 बच्चों की तबीयत बिगड़ गई थी। इनमें से दो बच्चों की मौत भी हो गई है।सभी का नियमित टीकाकरण किया गया था।जिसके बाद यह घटना सामने आई थी। हालाकि दो बच्चों की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग ने बाकी बच्चों को तत्काल जिला अस्पताल भिजवाया, जहां उनकी हालत अभी बेहतर बताई जा रही है, तो वहीं इस घटना की जानकारी मिलने के बाद पूर्व स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव इन बच्चों से मिलने रविवार को जिला अस्पताल पहुंचे।जहां उन्होंने बीमार बच्चों को अपने गोद मे उठाकर बच्चों के परिजनों से मुलाकात करते हुए अस्पताल के चिकित्सा व्यवस्था पर जानकारी ली।साथ ही चिकित्सकों को इन्हें बेहतर से बेहतर चिकित्सा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।

इस मौके पर उन्होंने कहा कि टीकाकरण से एकसाथ कई बच्चों का बीमार होना कोई सामान्य बात नही है। वही जिन बच्चों की मृत्यु हुई है, उन बच्चों का आनन फानन में स्वास्थ्य विभाग ने पोस्टमार्टम भी कराया ताकि मौत की वास्तविकता का पता चल सके। टी एस सिंह देव ने कहा कि कोटा क्षेत्र में शिशुरोग विशेषज्ञ का ना होना भी गलत हैं। उन्होंने कहा कि संदिग्ध दवा के बैच के उपयोग पर भी रोक लगनी चाहिए।साथ ही मामले में उच्च स्तर की विस्तृत जांच होनी चाहिए। उन्होंने टीकाकरण को लेकर कहा कि इस बैच की दवा जहां-जहां मौजूद है वहां तत्काल इस पर रोकथाम करनी चाहिए ताकि इससे होने वाले दुष्प्रभाव को रोका जा सके।

उन्होंने कोरोना काल में हुए टीकाकरण पर संतुष्टि जाहिर करते हुए कहा कि उस टीकाकरण से बड़ी इम्यूनिटी की वजह से आज मौसमी बीमारी के चपेट में कम ही लोग आ रहे हैं। इसके अलावा बाबा ने डायरिया, मलेरिया और स्वाइन फ्लू से हो रहे मौत को लेकर भी चिंता जाहिर की।उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार को स्वास्थ्य व्यवस्था और सुविधाओं पर विशेष ध्यान देना चाहिए।

पूर्व डिप्टी सीएम एवं स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने राजनीति को लेकर भी अपनी प्रतिक्रिया दी। कहा कि मौजूदा समय में देश भर में कांग्रेस संगठन में बदलाव हो रहा है तो छत्तीसगढ़ में भी इसका बदलाव होना चाहिए। इसके अलावा उन्होंने प्रदेश में बिगड़ते कानून व्यवस्था और प्रशासन की शिथिलता पर भी जवाब देते हुए कहा कि लॉ एंड ऑर्डर पर सरकार को ज्यादा काम करना चाहिए छोटी-मोटी घटनाएं होती है।लेकिन बड़ी घटनाओं के लिए पहले से ही पुलिस एवं प्रशासन को तैयार रहना चाहिए ताकि इस पर समय रहते हुए काबू पाया जा सके, तो वहीं बाबा ने अन्य मुद्दों पर भी मीडिया के सवालों का संतुलित जवाब दिया। निरीक्षण के दौरान पूर्व बिलासपुर नगर विधायक शैलेश पांडे, विजय केशरवानी, पंकज सिंह, आशीष अवस्थी एवं चिकित्सकों की टीम नजर आई।