
भारत की सबसे लंबी ट्रांसपोर्ट सुरंग,ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल परियोजना की टनल संख्या 8 का ब्रेकथ्रू बुधवार को ऐतिहासिक पल बन गया।केंद्रीय रेल, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस अवसर पर जानसू स्टेशन पहुंचकर सुरंग कार्य का निरीक्षण किया। 14.58 किमी लंबी यह सुरंग,भारत की सबसे लंबी रेलवे सुरंग बन गई है।टनल का निर्माण अत्याधुनिक टनल बोरिंग मशीन से किया गया है, जो हिमालयी क्षेत्र में अपने आप में एक उपलब्धि है। परियोजना में कुल 16 मुख्य सुरंगें, 12 एस्केप टनल और 213.57 किमी की सुरंग निर्माण लंबाई शामिल है।

मंत्री वैष्णव ने इसे तकनीकी उपलब्धियों का प्रतीक बताया और कहा कि यह सुरंग भविष्य की रेल परियोजनाओं के लिए उदाहरण बनेगी।ब्रेकथ्रू का दिन और भी खास बन गया क्योंकि ठीक 171 साल पहले 16 अप्रैल 1853 को भारत की पहली रेल बोरीबंदर से ठाणे के बीच चली थी। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में रेल कनेक्टिविटी का सपना साकार हो रहा है और यह सुरंग पहाड़ों को तरक्की से जोड़ेगी। उन्होंने निर्माण में लगे सभी इंजीनियरों और श्रमिकों को बधाई दी।