शहर में प्रमुख रूप से निर्माण, उद्योग, तकनीकी संस्थान, मशीनरी, फैक्ट्री , इंडस्ट्रीज, कंस्ट्रक्शन साइड, वर्कशाप, मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स, आइटीआई सहित कारीगर, बढ़ई, लोहार के यहां देवशिल्पी की पूजा-अर्चना होगी।इसके अलावा रेलवे के चालक-परिचालक संयुक्त लाबी, जोनल स्टेशन वीआईपी गेट, विद्युत विभाग, रेलवे पोस्ट आफिस, एसी विभाग, रेलवे स्टेशन, इंजीनियरिंग, जल आपूर्ति विभाग सहित 30 प्रमुख विभागों में भगवान विश्वकर्मा की स्थापना की जाती है। वैसे तो 100 साल पुरानी परंपरा है लेकिन पिछले 25 वर्षों में यह आयोजन एक बड़े उत्सव का रूप ले चुका है। हर साल यहां पर भव्य सजावट होती है। जो ना केवल रेलवे कर्मचारियों को बल्कि शहर के विभिन्न क्षेत्रों से आने वाले श्रद्धालुओं को भी आकर्षित करती है।विश्वकर्मा जयंती उत्सव में हर साल रेलवे परिक्षेत्र में दर्शन करने बिलासपुर के अलावा आंध्र प्रदेश, ओडिसा एवं पश्चिम बंगाल तथा महाराष्ट्र से भी भक्त यहां आते हैं। दरसल रेलवे के अलग-अलग जोन में कर्मचारियों के परिवार रहते हैं। तीन दिनी इस उत्सव में शामिल होने वे छुट्टी मनाने बिलासपुर आते हैं। उत्सव में शामिल होने के साथ यहां आसपास पर्यटन स्थलों में भी भ्रमण करने जाते हैं।
