
बिलासपुर जिले के सभी उचित मूल्य दुकानों पर शासन-प्रशासन ने नई टेक्नोलॉजी से लैस ई-पॉस मशीनें वितरित कर दी हैं। यह कदम पुराने ई-पॉस मशीनों में आ रही तकनीकी खामियों और राशन वितरण में हो रही गड़बड़ियों को रोकने के उद्देश्य से उठाया गया है। शनिवार से इन नई मशीनों के जरिए राशन वितरण शुरू कर दिया गया है। नई मशीनें हितग्राहियों और दुकानदारों के लिए परेशानी का कारण बनती दिख रही हैं। दुकानदारों का कहना है कि हितग्राहियों को राशन लेने के लिए छह बार अंगूठा लगाना पड़ रहा है।

इसके चलते वितरण की प्रक्रिया काफी धीमी हो गई है और जहां पहले एक दिन में 40 से 50 कार्डधारियों को राशन मिल जाता था, वहीं अब एक दिन में सिर्फ 12 से 15 लोगों को ही राशन दिया जा पा रहा है।एक साथ तीन महीने का राशन देने के कारण भी वितरण में समय अधिक लग रहा है। लोग सुबह से कतार में खड़े हो जाते हैं और देर दोपहर या शाम तक अपनी बारी का इंतजार करते रहते हैं। इससे हितग्राहियों को भीषण गर्मी में घंटों तक लाइन में खड़े रहना पड़ रहा है।दुकानदारों ने बताया कि नई मशीनों से नापतोल में भी दिक्कतें आ रही हैं। इसके अलावा मशीनों की सर्वर समस्या भी वितरण प्रक्रिया को बाधित कर रही है।

इससे हितग्राही और दुकानदार दोनों परेशान हो रहे हैं। इस समस्या को देखते हुए कई राशन दुकानदारों ने शासन से मांग की है कि पूर्व की तरह पुराने पद्धति से ही राशन वितरण किया जाए। उनका कहना है कि इससे न सिर्फ समय बचेगा, बल्कि हितग्राहियों को भी राहत मिलेगी। दुकानदारों ने एक सुर में कहा कि सरकार का उद्देश्य जनता को सुविधा देना होना चाहिए ना कि उन्हें परेशान करना। दुकानदारों की माने तो नई व्यवस्था ने हितग्राहियों की कठिनाई और दुकानदारों की परेशानी दोनों को बढ़ा दिया है। प्रशासन से जल्द समाधान की उम्मीद जताई जा रही है।