बिलासपुर नगर निगम के जोन क्रमांक 6 तोरवा क्षेत्र में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। नगर निगम के अतिक्रमण दस्ते ने जगमल चौक के पास रहने वाले 70 वर्षीय दीपक प्रकाश तिवारी के घर की लोहे की सीढ़ी को अचानक तोड़कर उठा लिया, जिससे बुजुर्ग दंपति अपने ही घर में कैद हो गए हैं।दीपक प्रकाश तिवारी और उनकी पत्नी पहले से ही स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे हैं। दीपक प्रकाश तिवारी हार्ट पेशेंट हैं, जबकि उनकी पत्नी भी बीमार रहती हैं। दोनों बुजुर्ग अपने घर में अकेले रहते हैं और उनके आने-जाने का एकमात्र सहारा वह सीढ़ी थी, जिसे नगर निगम ने जब्त कर लिया। बुजुर्ग का कहना है कि सुबह नगर निगम के अतिक्रमण दस्ते की टीम अचानक उनके घर पहुंची और बिना किसी पूर्व सूचना या नोटिस के उनकी लोहे की सीढ़ी तोड़कर उठा ले गई। निगम कर्मियों ने न तो उन्हें कोई सफाई देने का मौका दिया और न ही किसी वैकल्पिक व्यवस्था की पेशकश की। इससे यह सवाल उठता है कि क्या नगर निगम की कार्रवाई बिना उच्चाधिकारियों की जानकारी के की जा रही है। इस घटना के बाद दीपक प्रकाश तिवारी और उनकी पत्नी अपने ही घर में फंसे हुए हैं। उनका कहना है कि वे पहले से ही स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों का सामना कर रहे हैं, और अब घर से बाहर निकलने तक का कोई साधन नहीं बचा है। यह मामला प्रशासनिक लापरवाही और आम नागरिकों के साथ अन्याय का जीता-जागता उदाहरण है। बिना किसी पूर्व सूचना के इस तरह की कार्रवाई न केवल गैरकानूनी है, बल्कि अमानवीय भी है। अब देखना होगा कि नगर निगम इस गलती को सुधारने के लिए क्या कदम उठाता है और बुजुर्ग दंपति को राहत कैसे मिलती है।