कुछ दिनों के भीतर ही बिलासपुर में बड़ी संख्या में नाबालिग से दुष्कर्म जैसे संगीन मामले सामने आने के बाद पुलिस और प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है। बीते दिनो 3 साल की मासूम के साथ 14 साल के नाबालिक ने दुष्कर्म करने के बाद उसकी हत्या कर दी थी, इसके बाद फिर से कोनी क्षेत्र से 5 वर्षीय बच्ची के साथ गैंगरेप का मामला सामने आया था। उसी तरह थाना तोरवा के देवरीखुर्द से भी दुष्कर्म करने का मामला सामने आ चुका है। तमाम मामलों में भले ही पुलिस आरोपियों को तत्काल गिरफ्तार करने में सफल रही।लेकिन इन सब के बीच बच्चों से जुड़े अपराध सामने आने के बाद सोशल अवेयरनेस को लेकर सवाल उठने लगे हैं।

बच्चों से जुड़े अपराध को रोकने के लिए पुलिस प्रशासन एनजीओ द्वारा तमाम तरह से अवेयरनेस कार्यक्रम चलाए जाते हैं। लेकिन जिस तरह बीते कुछ दिनों में बिलासपुर में बच्चों के साथ होने वाले अपराधों में इजाफा हुआ है उनसे इस अभियान का असर कहीं पर भी होता दिखाई नहीं देता है। हालांकि एएसपी उमेश कश्यप ने मीडिया को बताया कि बिलासपुर पुलिस नाबालिग बच्चों का काउंसलिंग करने के साथ उन्हें जागरूक करने की ओर शुरू से पहल करता रहा है, हालांकि वर्तमान में जिस तरह के हालात निर्मित हुए है निश्चित ही उसके लेकर अभियान में तेजी लाये जाने की जरूरत।
