बिलासपुर में फर्जी डॉक्टर नरेंद्र विक्रमादित्य का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। इस गंभीर विषय को लेकर कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल ने कलेक्टर और एसपी को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा है। प्रतिनिधिमंडल ने मांग की है कि मामले की उच्चस्तरीय और निष्पक्ष जांच की जाए, ताकि सच्चाई सामने आ सके और दोषियों को कड़ी सजा मिले। ज्ञापन में कांग्रेस नेताओं ने फर्जी डॉक्टर नरेंद्र विक्रमादित्य के साथ-साथ अपोलो अस्पताल प्रबंधन को भी जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि डॉक्टर नरेंद्र के खिलाफ तत्काल एफआईआर दर्ज की जाए और अस्पताल प्रशासन पर भी लापरवाही का मुकदमा चलाया जाए। कांग्रेस नेताओं का आरोप है कि एक फर्जी डॉक्टर द्वारा लोगों का इलाज करना और यहां तक कि सर्जरी करना बेहद गंभीर मामला है, जो आम जनता की जान के साथ खिलवाड़ है। कांग्रेस नेताओं ने यह भी बताया कि पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और वरिष्ठ कांग्रेस नेता स्वर्गीय राजेंद्र प्रसाद शुक्ला का इलाज भी इसी फर्जी डॉक्टर ने किया था। डॉक्टर नरेंद्र विक्रमादित्य ने उनकी सर्जरी की थी, जिसके बाद शुक्ला जी की हालत बिगड़ गई और वे वेंटिलेटर पर चले गए। कुछ ही दिनों में उनकी मृत्यु हो गई। कांग्रेस का आरोप है कि अगर किसी योग्य और प्रमाणित डॉक्टर द्वारा सर्जरी की जाती, तो शायद उनकी जान बचाई जा सकती थी। प्रतिनिधिमंडल का कहना है कि इस पूरे मामले में अस्पताल प्रबंधन की मिलीभगत भी सामने आ रही है, क्योंकि बिना प्रमाणपत्र वाले किसी डॉक्टर को सर्जरी की अनुमति देना सीधे तौर पर मरीज की जान से खिलवाड़ करना है। इस लापरवाही को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। ज्ञापन सौंपने पहुंचे प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कांग्रेस जिलाध्यक्ष विजय केशरवानी ने किया। सभी ने एक स्वर में मांग की कि इस मामले की गहराई से जांच कर दोषियों को सख्त सजा दी जाए, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।