
बिलासपुर में कानून का डर खत्म होता नजर आ रहा है। शहर के बीचोंबीच सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र में बदमाशों ने घर में घुसकर एक पत्रकार और उसके पिता पर जानलेवा हमला कर दिया।आश्चर्य करने वाली बात यह है कि वारदात रात 10:30 बजे की है, जब शहर में पुलिस गश्त का दावा किया जाता है। पीड़ित फोटो जर्नलिस्ट शेखर गुप्ता ने मोहल्ले में घर के बाहर शराब पी रहे युवकों का विरोध किया था। विरोध करने पर आरोपी न सिर्फ गाली-गलौज पर उतर आए, बल्कि घर में घुसकर कुल्हाड़ी से गर्दन पर हमला कर दिया। हमले में शेखर के पिता अशोक गुप्ता भी घायल हो गए, जो बेटे को बचाने आए थे।घटना के बाद मोहल्ले के लोग इकट्ठा हुए और दोनों घायलों को सिम्स अस्पताल पहुंचाया गया। हमले के बाद भी आरोपियों को पकड़ने में पुलिस को घंटों लग गए। सवाल यह है कि शहर की सुरक्षा व्यवस्था किसके भरोसे है, जब आम जनता के साथ पत्रकार भी महफूज़ नहीं हैं?एसएसपी के सख्त निर्देश के बाद सिटी कोतवाली पुलिस हरकत में आई और तीन संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की गई है। लेकिन बड़ा सवाल यह है कि क्या पुलिस को हर बार ऊपर से फटकार मिलने के बाद ही कार्रवाई करनी होगी?