
गोदाम से उठ रही भीषण आग की लपटें और काले धुएं के गुबार को देख स्थानीय लोग घबरा गए और मौके पर भारी भीड़ जमा हो गई। जैसे ही घटना की सूचना मिली, सिटी कोतवाली पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीमें तत्काल मौके पर पहुँचीं। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने तत्काल सड़क पर बैरिकेड्स लगाकर यातायात को डायवर्ट किया, वहीं भीड़ को हटाकर दमकल की गाड़ियों को रास्ता दिलाया गया। दमकल विभाग की टीमें आग पर काबू पाने में जुट गईं और कई घंटों तक राहत और बचाव कार्य जारी रहा।


प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, आग बहुत तेज़ी से फैली और देखते ही देखते पूरा गोदाम उसकी चपेट में आ गया। गोदाम में रखा लाखों रुपये का इलेक्ट्रॉनिक सामान जिसमें फ्रिज, टीवी, कूलर और अन्य घरेलू उपकरण शामिल थे जलकर खाक हो गया। आग की चपेट में आने से भारी आर्थिक नुकसान होने की आशंका जताई जा रही है। बताया जा रहा है कि गोदाम जिस बिल्डिंग में है, उसके एक हिस्से में इलेक्ट्रॉनिक्स बर्ड के संचालक का परिवार भी निवास करता है। आग लगने के बाद परिवार के सदस्य डर और सदमे में सड़क पर आकर बदहवास स्थिति में बैठ गए। हालांकि राहत की बात यह रही कि सभी लोग सुरक्षित बाहर निकल आए और किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई।


फिलहाल आग पर काबू पाने के प्रयास जारी हैं। अभी तक आग लगने के कारणों की पुष्टि नहीं हो सकी है। प्रारंभिक आशंका शॉर्ट सर्किट की जताई जा रही है, यह आगजनी की घटना ऐसे समय पर हुई है जब सोमवार को ही शहर के तेलीपारा क्षेत्र स्थित प्रिंस नॉवेल्टी में भी भीषण आग लगने की घटना सामने आई थी। इससे पहले बस स्टैंड के पास भारत होजियरी में भी भयंकर आग लगी थी, जिसे बुझाने में दमकल विभाग को तीन से चार दिन का समय लग गया था। लगातार हो रही आगजनी की इन घटनाओं ने शहर की अग्नि सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। प्रशासन अब इन मामलों की समीक्षा कर अग्नि सुरक्षा मानकों को सख्ती से लागू करने की दिशा में विचार कर रहा है।