रेलवे देश की लाइफलाइन है,,रेलवे लगातार यात्री सेवा को सुलभ करने के लिए नवीनतम तकनीक, सुविधाओं और बुनियादी ढांचे को आधुनिक बनाने पर काम कर रही है।वर्तमान में रेल मंत्रालय के महत्वाकांक्षी परियोजना के अंतर्गत यात्रियों को विश्वस्तरीय सुविधा प्रदान करने के लिए अमृत भारत स्टेशन योजना के अंतर्गत स्टेशनों के पुनर्विकास के कार्य किए जा रहे हैं।बिलासपुर रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास के अंतर्गत बिलासपुर स्टेशन की पुरानी बिल्डिंग को संरक्षित करते हुए पुनर्विकास की योजना बनाई गई है । यह परियोजना स्टेशन की मौजूदा संरचना को बनाए रखते हुए नए सुविधाओं को जोड़ने पर केंद्रित होगी । बिलासपुर रेलवे स्टेशन की पुरानी बिल्डिंग का ऐतिहासिक महत्व छत्तीसगढ़ राज्य और भारतीय रेलवे के विकास के संदर्भ में बेहद खास है । इसका निर्माण 19वीं शताब्दी के दौरान हुआ था, जब रेलवे नेटवर्क का तेजी से विस्तार किया जा रहा था । यह स्टेशन ना केवल यातायात का एक प्रमुख केंद्र था, बल्कि इस क्षेत्र की आर्थिक और सामाजिक प्रगति में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है । ऐतिहासिक धरोहर के रूप में इस स्टेशन के महत्व को देखते हुए दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे द्वारा इसे संरक्षित रखने और पुनर्विकास के माध्यम से इसकी विरासत को बनाए रखने की पहल की गई हैं ताकि यह आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बना रहे । बिलासपुर स्टेशन के पुनर्विकास का उद्देश्य यात्रियों को बेहतर सेवाएं और आधुनिक सुविधाएं प्रदान करना है, साथ ही स्टेशन की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्ता को भी सुरक्षित रखना है।पुनर्विकास के तहत स्टेशन परिसर का विस्तार, यात्री सुविधाओं में सुधार और तकनीकी उन्नयन जैसे कार्य किए जाएंगे।हालांकि इस मुद्दे को लेकर पूर्व विधायक शैलेश पांडे ने कहा कि अगर भविष्य में रेलवे पुरानी बिल्डिंग को संरक्षित नही रखता है तो वे रेलवे के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे।

बहरहाल बिलासपुर स्टेशन को विश्वस्तरीय रूप देते हुए ग्रीन स्टेशन का स्वरूप दिया जा रहा है, जहां प्राकृतिक रौशनी और वेंटिलेशन का प्रावधान होगा।पुनर्विकास के बाद बिलासपुर स्टेशन हाईटेक यात्री सुविधाओं के साथ टेक्नोलॉजी, स्थानीय संस्कृति और समृद्ध विरासत का आकर्षक केंद्र बनेगा।यात्रियों की संख्या बढ़ने के साथ-साथ रोजगार बढ़ने की व्यापक संभावना विकसित होगी जिसका लाभ स्थानीय लोगों को मिलेगा।यह स्टेशन इस क्षेत्र की आर्थिक गतिविधियों के साथ-साथ व्यापार एवं पर्यटन में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
