मानसिक एवं सर्वांगीण विकास हेतु विद्यालय एवं पालकों के मध्य बेहतर समन्वय स्थापित करने, बच्चों की सम्पूर्ण गतिविधियों से पालकों को अवगत कराने, पढ़ाई के प्रति सकारात्मक वातावरण बनाने, परीक्षा के तनाव से मुक्त, राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप ड्राप आउट रोकने सहित पालकों की भूमिका सुनिश्चित करने के उद्देश्य से आज भाटापारा विकासखण्ड के 30 संकुल केंद्रों में पालक-शिक्षक मेगा बैठक का आयोजन किया गया।

इस दौरान पालकों में भी आयोजन को लेकर जबर्दस्त उत्साह देखा गया। कई जगहों में पालक बरसते पानी के बीच पालक-शिक्षक मेगा बैठक में शामिल हुए बैठक में शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने कहा कि बच्चो के बेहतर भविष्य के लिए पालक एवं शिक्षक का साझा प्रयास अनिवार्य है। बच्चो के लिए पालक एवं शिक्षक एक दूसरे के पूरक है। बच्चे जितना स्कूल में पढ़ते है उतना ही घर में भी पढ़ना चाहिए। बच्चो को भविष्य के लिए तैयार करने की जितनी जिम्मेदारी शिक्षक को होती है उतना ही जिम्मेदारी पालकों की होती है। वर्तमान मे निजी शाला की भांति शासकीय स्कूलों में भी इस तरह पैरेंट्स मीट का आयोजन किया जा रहा है।

