
जिला प्रशासन सिम्स आने वाले मरीजों की सुविधा के लिए लगातार प्रयासरत है।कलेक्टर और कमिश्नर स्वयं सिम्स के दवा वितरण केंद्रों का निरीक्षण कर समस्याओं को समझने और समाधान निकालने में जुटे हुए हैं।उनका उद्देश्य है कि इलाज के लिए आने वाले मरीजों और उनके परिजनों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो, उन्हें भीड़ का सामना न करना पड़े और समय पर दवाइयां मिलें।प्रशासन ने भीड़ पर नियंत्रण के लिए दवा वितरण काउंटरों की संख्या बढ़ाई है।पहले जहां एक ही काउंटर पर दवा वितरण होता था,अब अतिरिक्त काउंटर स्थापित किए गए हैं ताकि ज्यादा भीड़ होने पर भी लोगों को आसानी से दवा मिल सके और सामाजिक दूरी बनी रहे।वर्तमान में प्रतिदिन औसतन 1600 से 2000 मरीजों को दवा वितरित की जा रही है।भीड़ अधिक होने की स्थिति में एक और अतिरिक्त काउंटर खोला गया है।इसके अलावा, दवा वितरण केंद्र के रिनोवेशन का कार्य भी प्रारंभ किया गया है। रिनोवेशन के बाद यहां पूरी तरह वातानुकूलित हॉल बनाया जाएगा।जहां मरीजों के परिजन आरामदायक वातावरण में बैठकर अपनी बारी का इंतजार कर सकेंगे।प्रमुख काउंटरों पर टोकन सिस्टम के जरिए दवा वितरण किया जा रहा है ताकि व्यवस्था सुचारू बनी रहे।प्रशासन का प्रयास है कि मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मिले और उन्हें किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े। नई-नई व्यवस्थाएं लागू कर व्यवस्था को और दुरुस्त किया जा रहा है।