
कलेक्टर विनय कुमार लंगेह के निर्देशानुसार जिले के प्राथमिक कृषि साख सहकारी समितियों में पर्याप्त मात्रा में खाद का भंडारण किया गया है। कलेक्टर ने सभी सहकारी समितियों एवं निजी दुकानों में पॉस मशीन के माध्यम से विक्रय करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही निजी दुकानों में अवैध भण्डारण पाए जाने पर जब्ती की कार्रवाई करने सख्त निर्देश दिए है। अधिकारियों द्वारा लगातार खाद की उपलब्धता एवं वितरण पर निगरानी रखी जा रही है। उप संचालक कृषि श्री एफ.आर. कश्यप ने जानकारी दी कि जिले की सभी कृषक सहकारी समितियों एवं निजी दुकानों से खाद प्राप्त कर सकते हैं। 1 अप्रैल से 8 अगस्त की स्थिति में जिले के सहकारी समितियों एवं निजी दुकानों में कुल 83 हजार 529 मीट्रिक टन खाद का भंडारण किया गया है, जिसमें से 68 हजार 377 टन खाद का वितरण किया जा चुका है। अब तक भंडारित खाद में सहकारी समितियों एवं निजी दुकानों में यूरिया 43 हजार 72 टन, सुपर फॉस्फेट 20 हजार 360 टन, पोटाश 3 हजार 470, डी.ए.पी. 9 हजार 224 एवं एन.पी.के 7 हजार 403 टन भंडारित किया गया है। वर्तमान में 15 हजार 152 टन खाद विक्रय हेतु शेष है। जिसमें यूरिया 6 हजार 243 टन, सुपर फॉस्फेट 4 हजार 828, पोटाश 769, डी.ए.पी. एक हजार 293 एवं 2 हजार 19 टन एन.पी.के खाद उपलब्ध है, जिसका समितियों द्वारा किसानों को विक्रय किया जा रहा हैउप संचालक कृषि श्री कश्यप ने बताया कि जिले में 2000 टन यूरिया खाद का नया रैक पहुंचा है। आई नई खेप को सभी विकासखंडों में वितरित किया गया है। जिसमें महासमुंद में 300 टन, बागबाहरा में 450 टन, बसना में 600 टन, पिथौरा में 250 टन एवं सराईपाली में 400 टन शामिल है। उन्होंने बताया कि किसानों की बढ़ती मांग को देखते हुए समय पर खाद की आपूर्ति प्राथमिकता पर की जा रही है, ताकि फसलों की वृद्धि और उत्पादन प्रभावित न हो।