
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के निर्देश पर बिलासपुर जिले में जल संरक्षण के लिए मोर गांव मोर पानी महाअभियान को जनआंदोलन का रूप दिया गया है। कलेक्टर संजय अग्रवाल के मार्गदर्शन में जिलेभर में इंजेक्शन वेल तकनीक को तेजी से अपनाया जा रहा है। इस तकनीक से वर्षा जल को सीधे जमीन में भेजकर भूजल स्तर को रिचार्ज किया जा रहा है, जिससे गांवों में सूखे कुएं, हैंडपंप और तालाब फिर से जलयुक्त हो रहे हैं।ग्राम आमागोहन, सोनपुरी सहित अन्य क्षेत्रों में तालाबों, पार्कोलेशन टैंकों और डबरियों में इंजेक्शन वेल तैयार किए जा रहे हैं।

नालों में 54 बोरी बंधान कर तेज बहाव को धीमा किया गया है ताकि आसपास का भूजल स्तर बढ़ सके। वहीं जिले में 159 निष्क्रिय बोरवेल को पुनः चालू करने सैंड फिल्टर तकनीक का उपयोग किया जा रहा है। प्रशासन द्वारा जून माह में 6000 लोगों का प्रशिक्षण भी कराया गया ताकि हर गांव में जल संरक्षण की मजबूत व्यवस्था बनाई जा सके।इस महाअभियान में मनरेगा और एनआरएलएम की टीमों के जरिए जनजागरूकता को बढ़ाया जा रहा है।लोगों को कम जल उपयोग वाली फसलें अपनाने की सलाह दी जा रही है। प्रशासन के इन प्रयासों से जल संकट से निपटने और भविष्य को सुरक्षित करने की दिशा में जिले में सकारात्मक बदलाव दिख रहा है।