
बिलासपुर में 14 जून अंतरराष्ट्रीय रक्तदाता दिवस पर आयोजित शिविर में 60 वर्षीय वरिष्ठ समाजसेवी और बैंकर ललित अग्रवाल ने 63वीं बार रक्तदान कर युवाओं के लिए मिसाल पेश की। इस मौके पर 25 समाजसेवी संगठनों की सहभागिता से आयोजित इस रक्तदान शिविर में 172 यूनिट रक्त संग्रहित किया गया। शिविर का आयोजन शहीद चौक स्थित लायंस भवन में किया गया।

कार्यक्रम का शुभारंभ सीएसपी अर्चना झा और यातायात थाना प्रभारी रामगोपाल करियारे ने दीप प्रज्वलन कर किया। शिविर में एनएसएस, सेवा भारती, रोटरी क्लब, लायंस क्लब, सीटा और एरीना एनिमेशन जैसे संगठनों के सदस्यों ने सक्रिय भागीदारी निभाई।सीएसपी अर्चना झा ने एक बने नेक बने का आह्वान किया तो अटल बिहारी विश्वविद्यालय के कुलपति एडीएम बाजपेयी ने रक्तदान को परमार्थ और समाज सेवा का सर्वोच्च कार्य बताया।

यातायात प्रभारी राम गोपाल करियारे ने इसे जीवन रक्षा का यज्ञ करार दिया और युवाओं को नियमित रक्तदान के लिए प्रेरित किया।लायन्स मंजीत सिंह अरोरा ने बताया कि 2012 से यह शिविर हर वर्ष आयोजित किया जाता है और कोविड काल में भी इसे जारी रखा गया। इस बार विशेष बात यह रही कि 15 युवतियों ने भी स्वेच्छा से रक्तदान किया।

बी नेगेटिव और एबी नेगेटिव जैसे रेयर ब्लड ग्रुप भी शिविर में संग्रहित हुए। सभी रक्तदाताओं को सर्टिफिकेट और मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया।ललित अग्रवाल ने रक्तदान को लेकर मिथक तोड़ते हुए कहा कि रक्तदान से कमजोरी नहीं आती, बल्कि यह दूसरों की जिंदगी बचाने के साथ स्वयं के स्वास्थ्य को भी लाभ पहुंचाता है।समारोह में वक्ताओं ने रक्तदान को जीवनदान बताया।