

छत्तीसगढ़ के रजत जयंती वर्ष में राज्य को नया भव्य विधानसभा भवन मिलने जा रहा है। नवा रायपुर में निर्माणाधीन 52 एकड़ में फैला यह भवन अंतिम चरण में है। रविवार को मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह और उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने स्थल पहुंचकर निर्माण कार्य का निरीक्षण किया।सितंबर तक कार्य पूर्ण कर 1 नवंबर राज्योत्सव पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों इसका लोकार्पण प्रस्तावित है। भवन में विधानसभा सदन, सेंट्रल हॉल, मंत्रियों के कार्यालय, 500 दर्शकों की क्षमता वाला ऑडिटोरियम, 700 वाहनों की पार्किंग और दो कृत्रिम सरोवर जैसी सुविधाएं होंगी।इसी दिन सीएम साय ने राजधानी में ‘ज्ञान धारा शिक्षा संवाद’ कार्यक्रम में शिक्षा क्षेत्र में बड़े सुधारों का रोडमैप पेश किया। उन्होंने घोषणा की कि राज्य में 5000 नए शिक्षकों की भर्ती होगी और राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत 18 स्थानीय भाषाओं में प्राथमिक शिक्षा दी जाएगी। युक्तियुक्तकरण से अब कोई भी स्कूल शिक्षक विहीन नहीं है, वहीं पीएम-श्री योजना से छात्रों को हाई-टेक सुविधाएं मिल रही हैं। स्कूल रखरखाव के लिए ₹133 करोड़ स्वीकृत किए गए हैं और छात्रावासों की दशा सुधारने के प्रयास जारी हैं।मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा ही विकास का आधार है और विकास से नक्सलवाद का स्थायी समाधान संभव है। बस्तर में सड़क, बिजली, पानी और शिक्षा का विस्तार कर नक्सलवाद पर प्रहार किया जा रहा है। बस्तर के धुड़मारास गांव को विश्व के 20 प्रमुख पर्यटन ग्रामों में शामिल किया गया है, जबकि बोधघाट परियोजना से 7 लाख हेक्टेयर सिंचाई और 200 मेगावॉट बिजली उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने विश्वास जताया कि नया विधानसभा भवन और शिक्षा सुधार, दोनों ही छत्तीसगढ़ को नई दिशा देंगे।