
बिलासपुर :- कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने सत्ताधारी बीजेपी पर फर्जी वोटरों के जरिए चुनावी धांधली का गंभीर आरोप लगाया है। उनका कहना है कि वोटों की चोरी पांच अलग-अलग तरीकों से की गई, जिनमें डुप्लिकेट मतदाता, फर्जी पते, अमान्य पते और एक ही पते पर बड़ी संख्या में मतदाता शामिल हैं। राहुल ने दावा किया कि कई जगहों पर एक ही पते पर लोगों के वोटर कार्ड मिले, जबकि वहां सिर्फ एक ही परिवार रहता था।राहुल गांधी के इन बयानों पर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नीलेश बिश्वास ने तीखी प्रतिक्रिया दी है।उन्होंने कहा कि अगर राहुल अपने आरोपों पर अडिग हैं,तो उन्हें शपथ पत्र देकर अपने दावों को साबित करना चाहिए, अन्यथा झूठे आरोपों के लिए देश से माफी मांगनी चाहिए।नीलेश बिश्वास ने राहुल गांधी पर पलटवार करते हुए कांग्रेस पार्टी के ऐतिहासिक घटनाक्रम का भी जिक्र किया।उन्होंने 1946 के कांग्रेस अध्यक्ष पद चुनाव का हवाला देते हुए कहा कि उस समय वल्लभभाई पटेल को प्रांतीय समितियों का बहुमत मिला था,लेकिन महात्मा गांधी की व्यक्तिगत इच्छा से जवाहरलाल नेहरू को अध्यक्ष एवं प्रधानमंत्री बनाया गया।बिश्वास ने इसे लोकतंत्र का हनन बताते हुए कहा कि कांग्रेस का दरबार संस्कृति का इतिहास पुराना है।बिश्वास ने साफ कहा कि वे जो भी बोलते हैं, साक्ष्यों के आधार पर बोलते हैं, हवा-हवाई नहीं।उन्होंने कहाँ की इतिहास की असलियत वे जल्द ही जन जन तक पहुंचाएंगे।उन्होंने आरोप लगाया कि राहुल गांधी ने संसद में केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री के खिलाफ अमर्यादित बयान दिया है, जिससे लोकतांत्रिक मर्यादा का उल्लंघन हुआ है। उन्होंने कहा कि इस पर राहुल को देश से माफी मांगनी चाहिए और जनता के सामने सच रखा जाना चाहिए।