
कोरबा सांसद ज्योत्सना महंत का रेलवे व्यवस्था को लेकर बड़ा बयान सामने आया है। बिलासपुर में रेलवे बैठक में शामिल होने पहुंचीं सांसद ने मीडिया से बात करते हुए ट्रेनों की हालत पर गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि कोरोना के पहले जैसी सुविधाएं भी अब नहीं बची हैं। सांसद ज्योत्सना महंत ने साफ कहा कि ट्रेनों की स्थिति पहले से ज्यादा खराब हो चुकी है। ट्रेनें बार-बार रद्द हो रही हैं, समय पर नहीं चल रही हैं और यात्रियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

उन्होंने कहा कि कोरबा जैसे औद्योगिक क्षेत्र को ‘मिनी भारत’ कहा जाता है, लेकिन यहां की रेल सेवाएं बुरी तरह चरमरा गई हैं।सांसद ने ‘अमृत भारत स्टेशन योजना’ के तहत हो रहे विकास कार्यों को तो जरूरी बताया, लेकिन काम की गुणवत्ता और पारदर्शिता पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि सांसदों को यह जानकारी दी जानी चाहिए कि किस योजना में कितना बजट लग रहा है और किन एजेंसियों को ठेका दिया गया है। महंत ने मांग की है कि छत्तीसगढ़ से चलने वाली प्रमुख एक्सप्रेस ट्रेनों की संख्या बढ़ाई जाए।

साथ ही दिल्ली से चलने वाली साप्ताहिक ट्रेनों की संख्या भी पर्याप्त नहीं है, जिसे बढ़ाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि कोरबा क्षेत्र की समस्याओं को वे लगातार लोकसभा में उठा रही हैं, लेकिन अब तक समाधान नहीं मिल पाया है। हाल ही में हुए रेल हादसे को लेकर भी उन्होंने चिंता जताई और कहा कि सरकार को इसकी जांच तेज़ी से कर सच्चाई सामने लानी चाहिए। कोरबा सांसद का यह बयान ऐसे समय आया है जब यात्री लगातार रेलवे की सुविधाओं से नाराज़ हैं। अब देखना होगा कि रेलवे मंत्रालय इस पर क्या कदम उठाता है।