
शहर में पिछले कुछ दिनों से आगजनी की घटनाएं बढ़ी हैं।लेकिन नगर निगम के द्वारा मुख्य व्यापार मंडियों में आग लगने की स्थिति में सुरक्षा के कोई उपाय नहीं किए गए है।जिसकी वजह से व्यापारियों को आगजनी में भारी नुकसान हुआ है।जिसके मद्देनजर अब निगम प्रशासन ने इस दिशा में ध्यान आकर्षित किया है। बिलासपुर के मुख्य बाजारों में सुरक्षा की उपभोक्ता इंतजार नहीं है यही वजह है कि आगजनी की घटनाओं में व्यापारियों को भारी नुकसान होता है जिसकी वजह से उनके व्यापार में भी इसका असर पड़ता है पिछले दिनों व्यापार विहार में भी आगजनी की घटना हुई थी लेकिन दमकल के पहुंचने तक दुकान संचालक को भारी नुकसान हो चुका था बुधवार को शनिचरी में भी कोई अर्चनी की घटना नहीं 22 दुकानों को अपनी चपेट में लिया है और इसमें लाखों रुपए का नुकसान व्यापारियों को हुआ है लेकिन इन दोनों ही आगजनी में प्रमुख जो बात नजर आई उसमें इन बाजारों में सुरक्षा उपकरणों का मौजूद नहीं होना है संभाग की सबसे बड़ी मंडी व्यापार में फायर स्टेशन की मांग लंबे समय से व्यापारी नगर निगम से कर रहे हैं लेकिन अब तक यहां इसकी व्यवस्था नहीं की गई है आग लगने की स्थिति में दमकल पहुंचता है तब तक व्यापारी को भारी नुकसान होता है कुछ यही नजारा शनिचरी में लगी आग में भी नजर आया।

जिस स्थान पर आग लगी उसके चारों ओर दुकानों की बसाहट है जाने के लिए सकरी सड़के हैं जिससे आग लगने की स्थिति में यहां भयावा स्थिति बन सकती है लेकिन इसके बाद भी नगर निगम के द्वारा यहां फायर स्टेशन की कोई व्यवस्था नहीं की गई है जिससे आग लगने पर तत्काल यहां सुविधा मुहैया कराया जा सके। यही वजह रही की आंख को काबू पाने में 8 से 9 घंटे का वक्त लग गया ।हालांकि अभी तक व्यापारियों ने निगम से इस दिशा में कोई मांग नहीं की है।लेकिन आगजनी की घटना के बाद अब व्यापारी भी फायर स्टेशन की मांग निगम से कर रहे हैं। अब इन आगजनी की घटनाओं के बाद नगर निगम नींद से जगा है और प्रमुख बाजारों में फायर स्टेशंस बनाने पर निर्णय ले रहा है प्रारंभिक तौर पर रपटा पुल के बगल में मौजूद हैप्पी स्ट्रीट में नगर निगम फायर स्टेशन बनाने जा रहा है जिससे शनिचरी सहित आसपास के लोगों को सुविधा मिल सके इसके अलावा आने वाले समय में अग्रसेन चौक और व्यापार विहार में भी इसी तरह के स्टेशन तैयार होंगे जिससे आगजनी की घटना पर तत्काल नियंत्रण पाने में मदद मिल सके। निश्चित तौर पर अग्रणी की घटना अचानक होती है लेकिन पहले से ही इस पर उपाय रखे जाएं तो समय रहते बचत हो सकती है क्योंकि व्यापारियों को आग़जानी से होने वाले नुकसान की भरपाई भले ही इंश्योरेंस के माध्यम से हो जाती हो लेकिन प्रारंभिक तौर पर तो इससे बड़ा नुकसान होता है लिहाजा अब अगर प्रमुख बाजारों में इस तरह से फायर स्टेशन बनाए जाएंगे तो मुमकिन है कि आगजनी की घटनाओं पर तत्काल काबू पाया जासकेगा