प्रदेश के साथ बिलासपुर में गर्मी अपनी शबाब पर है ।ऐसे में प्यास बुझाने के लिए शहरवासियों को नगर निगम के द्वारा कई सालों पहले वाटर प्लांट की सुविधा दी गई थी।लेकिन देख रेख के अभाव में अब ये सभी आरओ वाटर प्लांट पूरी तरह बंद हो चुका है। नगर निगम के द्वारा करोड़ों की लागत से शहर वासियों की प्यास बुझाने के लिए शहर के अलग-अलग स्थानों पर आरओ वॉटर प्लांट की स्थापना की थी लेकिन भ्रष्टाचार में वाटर प्लांट पर पानी के जगह मशीनों में जंग लगा दिया अब बिलासपुर में गर्मी अपना तेवर दिखा रही है और नगर निगम अधिकारी वाटर प्लांट के बंद होने पर अपनी मजबूरी को बायां कर रहे हैं। नगर निगम बिलासपुर की आरओ वाटर प्लांट लगाने की योजना फिलहाल तो बेकार नजर आ रही है।जनता की प्यास बुझाने को लेकर भले ही नगर निगम अपने दावे कर रहा हो लेकिन वास्तविक स्थिति शहर में अलग ही नजर आती है जगह-जगह बंद पड़े वाटर प्लांट शहर वासियों को सुविधा काम और परेशानी ज्यादा दे रहे हैं इस संबंध में नगर निगम आयुक्त अमित कुमार का मानना है कि शहर में लगे आरओ वाटर प्लांट सीएसआर मद और अन्य माध्यमों से शहर में लगाए गए थे। इसके लिए गर्मी के पूर्व इन प्लांट्स को मेंटेन किया जाता है लिहाजा शहर में तीन आरो प्लांट को ठीक कर दिया गया है और उन्हें प्रारंभ कर दिया गया है जबकि बाकी बचे हुए आरोप प्लांट को भी ठीक कराया जा रहा है ताकि शहर वासियों को गर्मी के दिनों में ठंडा पानी उपलब्ध हो सके।