
बिलासपुर, श्री पीताम्बरा पीठ त्रिदेव मंदिर में चल रहे आषाढ़ गुप्त नवरात्रि उत्सव का समापन विधि-विधान और भक्ति-भाव के साथ संपन्न हुआ। दसवें दिन विशेष पूजन और धार्मिक अनुष्ठानों के साथ देवी आराधना की गई। पीठाधीश्वर आचार्य डॉ. दिनेश महाराज के मार्गदर्शन में ब्रह्मशक्ति बगलामुखी देवी का कमला देवी के रूप में श्रृंगार कर पूजा-अर्चना की गई।

मंदिर में प्रातःकालीन पूजन के अंतर्गत श्री शारदेश्वर पारदेश्वर महादेव का महारुद्राभिषेक किया गया, साथ ही महाकाली, महालक्ष्मी और महासरस्वती का षोडश मंत्रों द्वारा दूधधारिया विधि से अभिषेक किया गया। परमब्रह्म भगवान श्रीराम का भव्य श्रृंगार कर आरती की गई। प्रतिदिन आयोजित हवनात्मक महायज्ञ में ब्रह्मशक्ति बगलामुखी मंत्रों से आहुतियाँ दी गईं। समापन अवसर पर कन्याओं का पूजन कर उन्हें भोजन कराया गया।पीठाधीश्वर डॉ. दिनेश महाराज ने बताया कि दसवीं महाविद्या माँ कमला को भाग्य, ऐश्वर्य, पवित्रता और परोपकार की अधिष्ठात्री देवी माना गया है।

इनकी आराधना से जीवन में शुभता, सफलता और गुणवत्ता में वृद्धि होती है। कन्या पूजन कार्यक्रम में समाजसेवी एवं श्रद्धालु बड़ी संख्या में शामिल हुए। प्रमुख रूप से रामी देवी अग्रवाल,अदिति अग्रवाल, राजीव अग्रवाल सरिता यादव आदि श्रद्धालु उपस्थित थे। सभी ने कन्याओं के पूजन में भाग लिया और देवी आराधना का पुण्य अर्जित किया।

पूरे नवरात्रि उत्सव के दौरान धार्मिक सेवाओं में पं. मधुसूदन पाण्डेय, पं. किशन तिवारी, पं. आशु दुबे, पं. मनु तिवारी, पं. प्रहलाद तिवारी, डॉ. अंकिता पाण्डेय, अधिवक्ता अपराजिता पाण्डेय सहित लक्ष्मी देवी पाण्डेय, केसरी नंदन पाण्डेय, गौरी पाण्डेय, अमिता-दीपेश पाण्डेय आदि श्रद्धालुओं ने सक्रिय सहयोग प्रदान किया। श्रद्धा, आस्था और आध्यात्मिक ऊर्जा से भरा यह नवरात्रि पर्व भक्तों के लिए विशेष आध्यात्मिक अनुभव का माध्यम बना।