
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने विधानसभा परिसर में आयोजित संसदीय पत्रकारिता पर एक दिवसीय कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा कि पत्रकार लोकतंत्र के मजबूत स्तंभ हैं, जो विधानसभा की कार्यवाही से आमजन को अवगत कराते हैं। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ विधानसभा की 25 वर्षों की यात्रा में पत्रकारों का योगदान उल्लेखनीय रहा है। उन्होंने पत्रकारों को बधाई देते हुए कहा कि संसदीय पत्रकारिता की गरिमा बनाए रखना पत्रकारों की सजगता का प्रमाण है।विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि पत्रकार जब निष्पक्ष होकर विधानसभा की रिपोर्टिंग करते हैं, तब लोकतंत्र मजबूत होता है।

उन्होंने कहा कि संसदीय पत्रकारिता केवल सूचना देने का कार्य नहीं बल्कि यह संवेदनशील दायित्व है, जिसमें अनुशासन और गरिमा का विशेष ध्यान रखना होता है। उन्होंने वरिष्ठ और दिवंगत पत्रकारों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए पत्रकारिता परंपरा की सराहना की।कार्यशाला में नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने पत्रकारों को नारद मुनि की परंपरा से जोड़ते हुए कहा कि पत्रकार समयबद्धता और संवेदनशीलता के साथ लोकतंत्र के वाहक हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि यह कार्यशाला सभी पत्रकारों के लिए ज्ञानवर्धक होगी और संसदीय रिपोर्टिंग को नई दिशा देगी।

महंत ने अपने संसदीय अनुभव साझा करते हुए पत्रकारों के साथ जुड़ी स्मृतियों को भी साझा किया।इस मौके पर संसदीय कार्य मंत्री केदार कश्यप, विधानसभा सचिव दिनेश शर्मा, वरिष्ठ पत्रकार संजय द्विवेदी सहित बड़ी संख्या में पत्रकार और मीडिया प्रतिनिधि उपस्थित रहे। मुख्यमंत्री साय ने उत्कृष्ट संसदीय पत्रकारों के सम्मान की परंपरा को सराहा और कहा कि इससे न केवल पत्रकारों का हौसला बढ़ता है बल्कि लोकतांत्रिक व्यवस्था को भी मजबूती मिलती है।