
बिलासपुर पुलिस ने जिलेभर में सड़क हादसों में घायलों को त्वरित और बेहतरीन इलाज दिलाने के उद्देश्य से “सड़क दुर्घटना नगदी उपचार स्कीम 2025” पर व्यापक जागरूकता अभियान शुरू कर दिया है। इस स्कीम का मकसद सड़क दुर्घटनाओं के शिकार लोगों की जान बचाना और उन्हें समय रहते सही इलाज उपलब्ध कराना है। पुलिस द्वारा जगह-जगह स्कीम की जानकारी पोस्टरों, बैनरों और सभाओं के जरिए दी जा रही है। योजना के तहत सड़क हादसे में घायल व्यक्ति को चिन्हित अस्पतालों में 1.5 लाख रुपये तक का नगदी रहित कैशलेस इलाज मिलेगा। इतना ही नहीं, भारत सरकार की ‘राहवीर योजना’ के तहत यदि कोई नागरिक घायल की मदद करता है, तो उसे 25 हजार रुपये की सम्मान राशि भी दी जाएगी, ताकि लोग बेझिझक दुर्घटना पीड़ितों की सहायता कर सकें।वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह ने जिले के समस्त थाना प्रभारियों और पुलिस अधिकारियों की बैठक लेकर इस योजना के विस्तृत दिशा-निर्देश साझा किए। उन्होंने बताया कि सड़क दुर्घटना नगदी उपचार स्कीम 5 मई 2025 से प्रभावी हो चुकी है। यह योजना मोटर वाहन अधिनियम की धारा 165 के तहत लागू की गई है और इसका लाभ सड़क पर किसी भी स्थान पर दुर्घटना के शिकार व्यक्ति को मिलेगा।बिलासपुर जिले के 24 अस्पतालों को इस योजना में रजिस्टर्ड किया गया है।

इनमें आरबी हॉस्पिटल, अंकुर ट्रॉमा केयर, अर्पा मेडसिटी हॉस्पिटल रिसर्च इंस्टीट्यूट, बर्न ट्रॉमा रिसर्च सेंटर, केयर एन क्योर मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल, सीएचसी तखतपुर, छत्तीसगढ़ इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस, कम्युनिटी हेल्थ सेंटर बिल्हा, लाइफ केयर हॉस्पिटल, न्यू जनता हॉस्पिटल, रामकृष्ण हॉस्पिटल, संजीवनी हॉस्पिटल रिसर्च सेंटर, श्रीराम केयर हॉस्पिटल, श्री शाह न्यूरो हॉस्पिटल, श्री विजय वंदना मेडिकल इंस्टीट्यूट, सुखम आरोग्यालय, कम्युनिटी हेल्थ सेंटर मस्तूरी, कोटा, जिला अस्पताल बिलासपुर, गजानन स्मृति चिकित्सालय, जन स्वास्थ्य सहयोग, खंडूजा ऑर्थोकेयर हॉस्पिटल, किम्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल और लालचंदानी हॉस्पिटल शामिल हैं।एसएसपी ने कहा कि यदि घायल व्यक्ति को किसी गैर-नामित अस्पताल में ले जाया जाता है, तो वहां केवल प्राथमिक उपचार किया जाएगा। इसके बाद घायल को चिन्हित अस्पताल में रेफर किया जाएगा ताकि वह योजना का पूरा लाभ ले सके। इस दौरान घबराने की जरूरत नहीं होगी क्योंकि सभी प्रक्रिया तय दिशा-निर्देशों के अनुसार पूरी की जाएगी। पूरे उपचार की जानकारी संबंधित पोर्टल पर दर्ज की जाएगी ताकि पारदर्शिता बनी रहे और दुर्घटना पीड़ित या उनके परिजनों को किसी प्रकार की असुविधा न हो। पुलिस प्रशासन ने आम लोगों से अपील की है कि वे घायलों की मदद करने से न हिचकें, क्योंकि अब उनकी सहायता के लिए सरकार ने सम्मान राशि की भी व्यवस्था की है। इससे सड़क पर पीड़ित को समय पर मदद मिल सकेगी और उसकी जान बचाई जा सकेगी।