नया शिक्षा सत्र का आधा सत्र बीत गया है वहीं अब भी स्कूलों में शिक्षकों प्राचार्य की कमी बनी हुई है ।ऐसे में परीक्षा परिणाम में सुधार की बात केवल कल्पना होगी। मिनी बोर्ड के नाम से दयालबंद के महारानी लक्ष्मीबाई सजेज स्कूल को जाना जाता है ।यहां साल भर से प्रचार्य का पद रिक्त है । प्रभारी प्राचार्य के जरिए काम चलाया जा रहा है ,जिससे विभिन्न प्रकार की समस्या हो रही है जबकि स्कूल शिक्षा विभाग से पत्र भी आया था कि किसी पद की कमी तो नहीं है चुकी प्रभारी प्राचार्य पद का मोह छोड़ना नहीं चाहते उन्होंने विभाग को सब ओके का सूचना भेज दिया जिससे अब तक यहां प्राचार्य की नियुक्ति नहीं हो सकी है, जिससे वित्तीय सहित विभिन्न जरूरी काम अटके हुए हैं,

वही स्कूल शिक्षा विभाग की भी लापरवाही देखीय स्कूलों में जांच तक नहीं करने पहुंचे कि स्कूल में शिक्षकों की व्यवस्था और पदों की स्थिति क्या है, इसके चलते स्कूल में पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है यही के शिक्षकों का कहना है कि स्थाई प्राचार्य के नहीं होने से बहुत सारी समस्याएं हो रही है। पिछले बार की तरह इस बार भी इस स्कूल का परिणाम निराशाजनक आने की संभावना है, जबकि प्रभारी प्राचार्य को इसकी सूचना विभाग को देनी चाहिए थी विभाग को अंधेरे में रखकर पूरा खेल चल रहा है। जबकि प्रभारी प्राचार्य अश्वनी कौशिक का कहना है की जानकारी भेज दी गई है साल भर हो गए हैं अब तक प्राचार्य का पद नहीं भरा गया है ।
