
हैदराबाद के रहने वाले मोहम्मद फारूख एग्रो कंपनी में मार्केटिंग मैनेजर थे। 24 अप्रैल को क्लाइंट विजिट के सिलसिले में बिलासपुर आए और रेड डायमंड होटल के रूम नंबर 211 में ठहरे। शुक्रवार रात करीब 8 बजे फारूख होटल के स्वीमिंग पूल में नहाने गए, जहां डूबने से उनकी मौत हो गई।बताया जा रहा है कि फारूख करीब एक से डेढ़ घंटे तक पानी में ही पड़े रहे, लेकिन होटल कर्मचारियों को इसका अंदाज़ा तक नहीं हुआ। जब काफी देर बाद किसी ने ध्यान दिया, तब जाकर उनके शव को पानी से बाहर निकाला गया। यह साफ दर्शाता है कि होटल के पूल में न तो कोई लाइफगार्ड मौजूद था, और न ही कोई निगरानी।घटना की जानकारी मिलते ही तोरवा थाना पुलिस मौके पर पहुंची।

मृतक के मोबाइल और दस्तावेजों से उनकी पहचान की गई और परिवार को सूचना दी गई। इसी दौरान फारूख के मोबाइल पर परिजनों का कॉल आया, जिसे पुलिस ने रिसीव कर हादसे की जानकारी दी।रात में ही मृतक के परिजन बिलासपुर के लिए रवाना हुए और उनकी मौजूदगी में शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम कराया गया। शव को हैदराबाद भेज दिया गया है। फारूख एक हाई प्रोफाइल परिवार से थे, जिनके कई सदस्य प्रशासनिक पदों पर कार्यरत हैं।

पुलिस की जांच में सामने आया है कि पूल ज्यादा गहरा नहीं है, फिर भी डूबने की घटना हुई। सवाल यह उठ रहा है कि अगर पूल खुला था तो वहां कोई प्रशिक्षित व्यक्ति क्यों मौजूद नहीं था।क्या होटल प्रबंधन ने सुरक्षा को लेकर लापरवाही बरती है।यदि समय पर फारूख को पानी से निकाला जाता, तो शायद उनकी जान बचाई जा सकती थी।फिलहाल तोरवा पुलिस ने होटल प्रबंधन के खिलाफ अपराध दर्ज कर लिया है। होटल मैनेजर को थाने बुलाकर पूछताछ की गई है।तोरवा पुलिस मामले की हर पहलू से जांच की जा रही है वहीं साक्ष्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।