मंगलवार को भगवान विश्वकर्मा जयंती मनाई जाएगी । यह दिन ब्रह्मांड के दिव्य वास्तुकार भगवान विश्वकर्मा को समर्पित है। इस दिन लोग अपने वाहन, मशीन, औजार, कलपुर्जे, दुकान आदि की पूजा करते हैं। साथ ही घर में विभिन्न प्रकार के पूजा अनुष्ठान करते हैं। वैदिक पंचांग के अनुसार, इस साल विश्वकर्मा पूजा के लिए जरूरी कन्या संक्रांति 16 सितंबर को है। इस दिन सूर्य देव शाम को 07 बजकर 53 मिनट पर कन्या राशि में प्रवेश करेंगे। परिवर्तन के समय को ही कन्या संक्रांति कहा जाता है। हिंदू धर्म में उदया तिथि मान्य होती है, इसलिए विश्वकर्मा पूजा 17 सितंबर यानी मंगलवार के दिन मनाई जा रहा है। इसी कड़ी में सोमवार को शिल्पकार भगवान विश्वकर्मा की प्रतिमा को ले जाने समितियां और भक्त बाजारों में पहुंचते रहे। वही भगवान विश्वकर्मा की आकर्षक प्रतिमाएं ले जाते दिखे। हालांकि इस बार प्रतिमाओं की अच्छी मांग होने से मूर्तिकारों के भी चेहरों में खुशी है और उन्हें उम्मीद है कि इस बार उन्हें अच्छा कारोबार मिलेगा। पिछले दिनों गणेश प्रतिमाओं की अच्छी मांग और अब विश्वकर्मा प्रतिमाओं की अच्छी मांग ने मूर्तिकारों को कहीं ना कहीं खुश होने का अवसर दिया है। हालांकि इस बार प्रतिमाएं थोड़ी महंगी जरूर हुई है लेकिन इससे विपरीत , लोग त्योहार और धार्मिक आयोजनों को पूर्ण श्रद्धा के साथ निभा रहे हैं
