देव शिल्पी भगवान विश्वकर्मा की जयंती पर विश्वकर्मा कल्याण समिति इमली पारा द्वारा तीन दिवसीय आयोजन किया गया। आयोजन का यह 44 वा वर्ष था। आयोजन के तीसरे दिन मंगलवार को सुबह 11:00 बजे विधि विधान के साथ भगवान विश्वकर्मा की पूजा की गई। महा आरती के पश्चात यहां प्रसाद का वितरण किया गया। खास बात यह थी कि समाज की महिलाओं ने अपने घर से ही हलवा पूरी बनाकर लाया था, जिसे प्रसाद के रूप में वितरित किया गया। कोरोना काल के चार साल बाद इस बार समाज द्वारा शोभा यात्रा निकाली गई , हालांकि बरसात ने इसमें अवरोध उत्पन्न किया। शोभायात्रा में भगवान विश्वकर्मा की प्रतिमा के साथ जीवंत झांकी सम्मिलित रही। इससे पहले समाज के लिए विविध स्पर्धाओं का आयोजन किया गया, साथ ही प्रतिभा सम्मान समारोह का भी आयोजन हुआ।


