बिलासपुर में एक बार फिर यातायात नियमों की धज्जियां उड़ाई गईं। सोमवार देर रात सीपत महामाया चौक से नेहरू चौक की ओर जाने वाले इंदिरा सेतु पुल पर करीब 10 युवक-युवतियों ने बीच सड़क पर बाइक खड़ी कर जन्मदिन का जश्न मनाया। सड़क पर केक काटने और तेज आवाज में म्यूजिक बजाने की इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस तरह की घटनाएं न केवल कानून व्यवस्था को चुनौती देती हैं, बल्कि आम राहगीरों के लिए भी परेशानी का सबब बनती हैं।वीओ: वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस हरकत में आई। डायल 112 की टीम और पेट्रोलिंग पार्टी मौके पर पहुंची, लेकिन नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कोई सख्त कार्रवाई नहीं की गई। पुलिस ने केवल समझाइश देकर युवाओं को छोड़ दिया। जबकि इसी तरह की घटनाओं पर पहले प्रशासन ने सख्त रुख अपनाया था और कार्रवाई की गई थी। सड़क पर इस तरह के अघोषित आयोजनों से यातायात बाधित होता है और अन्य लोगों को आने-जाने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।यह पहला मामला नहीं है जब सड़क पर इस तरह का आयोजन हुआ हो। इससे पहले राजधानी रायपुर में भी इसी तरह की घटना सामने आई थी, जब मेयर मीनल चौबे के बेटे ने बीच सड़क पर जन्मदिन मनाया था। उस घटना के वीडियो वायरल होने के बाद प्रशासन को कड़ी फजीहत झेलनी पड़ी थी, जिसके बाद जिम्मेदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की गई थी। इन मामलों से सबक लेते हुए पुलिस प्रशासन को तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए ताकि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।इस मामले के बाद मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने कड़े निर्देश जारी किए थे कि यदि सड़क के बीचो-बीच कोई भी अघोषित आयोजन किया जाता है, तो दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। इसी तरह बिलासपुर एसपी रजनेश सिंह ने भी आदेश जारी कर कहा था कि ऐसे मामलों में सख्ती बरती जाए और दोषियों के वाहनों को जब्त कर उनके खिलाफ प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की जाए। बावजूद इसके, सरकंडा पुलिस ने इस मामले में कोई ठोस कदम नहीं उठाया, जिससे पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े हो रहे हैं।

सड़क पर इस तरह के आयोजनों से न केवल यातायात बाधित होता है बल्कि आम नागरिकों को भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। यातायात नियमों का पालन करवाना केवल प्रशासन की जिम्मेदारी नहीं बल्कि नागरिकों की भी नैतिक जिम्मेदारी बनती है। यदि पुलिस ऐसे मामलों में तत्काल कार्रवाई करती है, तो न केवल सड़क पर अव्यवस्था रुकेगी बल्कि यातायात भी सुचारू रूप से चलेगा और राहगीरों को किसी तरह की परेशानी नहीं होगी। अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस मामले में कब और क्या सख्त कदम उठाता है।