उसलापुर में खसरा नंबर 17/1 की 2.02 एकड़ जमीन को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। वादी पक्ष हीरालाल नेताम का कहना है कि 1995 से उनके परिवार का इस जमीन पर कब्जा है, लेकिन सहखातेदार संतकुमार नेताम ने उसी जमीन का 1 करोड़ रुपये में सौदा कर दिया। हैरानी की बात यह है कि नायब तहसीलदार के मुताबिक, जमीन विवाद की जांच अभी जारी है, तो फिर बिना जांच पूरी हुए इकरारनामा कैसे तैयार हो गया।वादी पक्ष के अधिवक्ता का आरोप है कि प्रशासन संतकुमार नेताम के प्रभाव में आकर जांच को प्रभावित कर रहा है और राजस्व रिकॉर्ड में हेरफेर की जा रही है। अगर ऐसा है तो यह गंभीर मामला है, जो प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल खड़ा करता है।

अब देखना यह होगा कि प्रशासन निष्पक्ष कार्रवाई करता है या रसूखदारों के दबाव में गरीब परिवार की जमीन पर कब्जा हो जाएगा। मामले की सच्चाई आगे जांच के बाद ही सामने आएगी।