
छत्तीसगढ़ में मौसम ने फिर करवट ली है। 21 मई से अगले तीन दिनों तक राज्य के कई हिस्सों में आंधी-तूफान, बिजली गिरने और हल्की से मध्यम बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।अगले 24 घंटों में तापमान में कोई खास बदलाव नहीं होगा, लेकिन इसके बाद तापमान 2 से 4 डिग्री तक गिर सकता है। प्रदेश के कुछ इलाकों में हल्की बारिश पहले ही दर्ज की जा चुकी है। वहीं दक्षिण-पश्चिम मानसून ने भी दस्तक दे दी है जो 21 मई को दक्षिण अरब सागर, मालदीव, बंगाल की खाड़ी और तमिलनाडु के हिस्सों में पहुंच चुका है। इसका असर छत्तीसगढ़ के मौसम पर भी दिखने लगा है।राज्य में पूर्व-पश्चिम द्रोणिका और ऊपरी हवा में चक्रवातीय परिसंचरण पाकिस्तान से लेकर उत्तर बांग्लादेश तक सक्रिय है। इसके कारण 50 से 60 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं और बिजली गिरने की आशंका जताई गई है।22 मई को सरगुजा और बस्तर संभाग में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। वहीं, रायपुर, बिलासपुर और दुर्ग संभाग में कुछ स्थानों पर बूंदाबांदी के आसार हैं। मौसम विभाग ने किसानों और आम नागरिकों को ऐहतियात बरतने की अपील की है।किसानों को सलाह दी गई है कि वे फसलों को सुरक्षित स्थानों पर रखें और खेतों में अतिरिक्त पानी का बहाव रोकें। बिजली गिरने की आशंका को देखते हुए खुले स्थानों से दूर रहने की चेतावनी भी जारी की गई है।मौसम के इस बदले मिजाज को लेकर जिला प्रशासन ने भी सतर्कता बरतने के निर्देश जारी किए हैं। लोगों को बारिश और तेज हवाओं के दौरान सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी गई है।