
रेलवे विकास कार्य के तहत तैयार हो चुके तारबाहर अंडरब्रिज का सौंदर्यीकरण अब पूरे जोर-शोर से किया जा रहा है। रेलवे द्वारा अंडरब्रिज की दीवारों को सजाने का बीड़ा उठाया गया है और खास बात यह है कि यह सजावट छत्तीसगढ़ी कला, लोक संस्कृति और स्कूली बच्चों की रचनात्मकता से की जा रही है।अंडरब्रिज की दीवारों पर छत्तीसगढ़ी पारंपरिक जीवन, लोक परंपराएं और ग्रामीण संस्कृति के सुंदर दृश्य उकेरे जा रहे हैं। रंग-बिरंगी तस्वीरें न सिर्फ राहगीरों को अपनी ओर आकर्षित कर रही हैं, बल्कि शहर की दीवारों को भी नया जीवन दे रही हैं। इन दीवारों पर जहां एक ओर बैलगाड़ी, आदिवासी नृत्य और लोक वाद्यों की झलक दिख रही है, वहीं दूसरी ओर बच्चों की कल्पना शक्ति से बनी चित्रकृतियां भी अपनी पहचान बना रही हैं।रेलवे ने इस कार्य के लिए विशेष रूप से स्थानीय कलाकारों को आमंत्रित किया है ताकि क्षेत्रीय कला को बढ़ावा दिया जा सके। इस पहल से कलाकारों को अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर मिला है और साथ ही शहरवासियों को अपनी सांस्कृतिक विरासत से जुड़ने का एक नया माध्यम भी मिला है।शहरवासियों और राहगीरों ने इस पहल की सराहना की है। उनका कहना है कि अब अंडरब्रिज से गुजरते समय मन प्रसन्न हो उठता है और रंग-बिरंगी दीवारें शहर की सुंदरता में चार चांद लगा रही हैं। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि आगे भी इस तरह के प्रयासों से शहर की दीवारों और सार्वजनिक स्थलों को कला और संस्कृति से सजाया जाएगा।