
बिलासपुर, कलेक्टर संजय अग्रवाल और एसएसपी रजनेश सिंह की अध्यक्षता में जिला कार्यालय के मंथन सभागार में जिला पशु क्रूरता निवारण समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में पशु क्रूरता निवारण अधिनियम से संबंधित प्रावधानों और पूर्व में की गई कार्यवाहियों की विस्तृत जानकारी दी गई। संयुक्त संचालक पशु चिकित्सा सेवाएं बिलासपुर ने समिति के सदस्यों को कानून की प्रक्रिया से अवगत कराया। कलेक्टर अग्रवाल ने जिले में आवारा मवेशियों की समस्या पर चिंता व्यक्त करते हुए सभी अधिकारियों और गौशाला अध्यक्षों से सुझाव मांगे। इस पर गौशाला संचालकों ने गांव गोद लेकर चरवाहों की व्यवस्था सुनिश्चित करने का प्रस्ताव रखा।

उन्होंने ग्रामीणों की सहभागिता से गांवों में मवेशियों के प्रबंधन के लिए चरवाहों की नियुक्ति और संसाधनों की व्यवस्था पर सहमति जताई। एसएसपी रजनेश सिंह ने जिले में पशु तस्करी और उसके विरुद्ध की गई कार्रवाई की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पशु तस्करी में संलिप्त वाहनों को जब्त कर राजसात किया गया है। साथ ही सड़कों पर दुर्घटनाओं को रोकने के लिए चिन्हित ब्लैक स्पॉट्स पर अस्थायी पशु शेड बनाने का सुझाव दिया गया, जिसमें स्थानीय वालंटियर्स की मदद लेने की बात कही गई।

गौशाला अध्यक्षों ने अपने-अपने क्षेत्रों में गांव गोद लेकर चरवाहा व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्णय लिया। जयगुरुदेव गौशाला भाड़ी ने लखराम व भाड़ी गांव, कामधेनु गौशाला ने लाखासार, मां भुनेश्वरी गौशाला ने गतौरा और वासुदेव गौशाला ने ओखर, पचपेड़ी व मल्हार में कार्य करने की सहमति दी। कलेक्टर ने कहा कि गांवों की प्राचीन परंपरा को पुनर्जीवित करते हुए ग्रामीणों की सहभागिता से ही स्थायी समाधान संभव है। बैठक में विभिन्न गौशालाओं के प्रतिनिधियों सहित पशु चिकित्सा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।