
लगातार तीन वर्षों से अपने पूर्वजों की स्मृति में इस रक्तदान शिविर का आयोजन कर रहे आयोजकों ने बताया कि हर साल हमारा उद्देश्य यही रहता है कि ज़्यादा से ज़्यादा लोग इस मुहिम से जुड़ें और ज़रूरतमंदों तक समय पर रक्त पहुंचाया जा सके।”

इस बार भी उन्हें समाज से सकारात्मक सहयोग मिला। बारिश की परवाह किए बिना बड़ी संख्या में लोग पहुंचे, खासतौर पर युवा पीढ़ी ने रक्तदान के प्रति सकारात्मक सोच दिखाई।

उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि रक्तदान से शरीर कमजोर नहीं होता, बल्कि यह हृदय और आंतरिक अंगों के लिए लाभकारी होता है।