
लोरमी क्षेत्र के लिए एक बड़ी खुशखबरी सामने आई है। केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू के लगातार प्रयासों का नतीजा है कि अचानकमार टाइगर रिजर्व का गेट अब लोरमी तहसील की ओर से भी खोला जाएगा। यह फैसला पर्यटन और स्थानीय विकास के लिहाज से बेहद अहम माना जा रहा है। केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेन्द्र यादव ने इस संबंध में राज्य सरकार को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं। जुलाई माह में तोखन साहू ने मंत्रालय को प्रस्ताव भेजकर लोरमी अंचल की वर्षों पुरानी मांग को प्रमुखता से रखा था।अपने प्रस्ताव में तोखन साहू ने स्पष्ट किया था कि गेट खुलने से न केवल पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी, बल्कि स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे। उन्होंने बताया कि यह कदम राष्ट्रीय व्याघ्र संरक्षण प्राधिकरण की 2012 की पर्यटन मार्गदर्शिका और बाघ संरक्षण योजना के तहत पूरी तरह संभव है।पर्यावरण मंत्री ने इस प्रस्ताव को स्वीकृति देते हुए बताया कि गेट खुलने के बाद लोरमी, मुंगेली, कवर्धा और बेमेतरा के पर्यटक सीधे अचानकमार टाइगर रिजर्व तक पहुंच सकेंगे। इससे समय और दूरी दोनों की बचत होगी, साथ ही क्षेत्रीय व्यापार और पर्यटन से जुड़े उद्योगों को नया बाजार मिलेगा।गौरतलब है कि एटीआर का मुख्य कार्यालय भी तोखन साहू के विधायकी कार्यकाल में उनके प्रयासों से ही लोरमी में खोला गया था। अब गेट खुलने से क्षेत्रीय पर्यटन को और गति मिलेगी और यहां आने वाले सैलानियों की संख्या में इजाफा होगा।स्थानीय लोग इस फैसले से उत्साहित हैं और अब अधिसूचना जारी होने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। उनका मानना है कि यह कदम लोरमी व आसपास के क्षेत्रों के सामाजिक और आर्थिक विकास के लिए मील का पत्थर साबित होगा।