मंगलवार को कांग्रेस भवन में प्रेस वार्ता आयोजित की गई, जिसमें कांग्रेस के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने अपोलो अस्पताल में सामने आए एक गंभीर प्रकरण पर पत्रकारों से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने बिना डिग्री वाले डॉक्टर की नियुक्ति, फर्जीवाड़े, और गलत इलाज के कारण पूर्व मंत्री स्व. राजेन्द्र प्रसाद की मृत्यु जैसे मुद्दों को लेकर गंभीर सवाल उठाए। प्रेस वार्ता के दौरान कांग्रेस जिला अध्यक्ष विजय केसरवानी ने बताया कि यह केवल एक व्यक्ति की मृत्यु का मामला नहीं है, बल्कि इसी प्रकार के गलत इलाज के कारण अब तक 8 अन्य लोगों की भी मृत्यु हो चुकी है। उन्होंने कहा कि यह बेहद गंभीर मामला है और अपोलो अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही और मिलीभगत को उजागर करता है। उन्होंने सवाल उठाया कि उस फर्जी डॉक्टर की नियुक्ति किस आधार पर की गई? सिलेक्शन कमेटी में कौन-कौन शामिल थे? और किनकी अनुशंसा पर उस डॉक्टर को नियुक्त किया गया? कांग्रेस पदाधिकारियों ने यह भी मांग की कि वर्तमान में अपोलो अस्पताल में कार्यरत सभी डॉक्टरों की डिग्रियों की जांच करवाई जाए। साथ ही स्व. राजेन्द्र प्रसाद शुक्ल के ऑपरेशन के दौरान मौजूद पूरी मेडिकल टीम के नाम सार्वजनिक किए जाएं और उनके खिलाफ जांच की जाए। उन्होंने विशेष रूप से डॉक्टर नरेंद्र विक्रमादित्य और इलाज के समय मौजूद अन्य सभी डॉक्टरों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करने की मांग की। इस प्रेस वार्ता में जिला अध्यक्ष के साथ शहर और ग्रामीण कांग्रेस इकाइयों के पदाधिकारी, विधायक, वरिष्ठ नेता मौजूद थे। सभी ने एक सुर में अस्पताल प्रशासन की जवाबदेही तय करने और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।