जोरा तालाब एक समय में अपनी सुंदरता के कारण प्रसिद्ध था। लेकिन आज इस की दशा बदतर हो गई है। स्थानीय लोगों ने ही जोरा तालाब की दशा बिगाड़ कर रखी है। आसपास के कुछ रह वासियों का कहना है कि आसपास में जितने भी घर हैं वहां का सारा गंदा पानी तालाब में ही जाता है। लोगों के लिए जैसे जोरा तालाब कचरा फेंकने के लिए निर्धारित कर दिया गया है। तालाब में इतनी गंदगी होने के बाद भी लोग इसमे नहाते नजर आ रहे हैं जो बीमारी का बहुत बड़ा कारण बन सकता है। रहवासियों ने बताया कि 1 साल से तालाब की सफाई नहीं हुई है। तालाब में पानी से ज्यादा तो कचरे नजर आ रहे हैं। शहर के नागरिक ही नहीं चाहते कि तालाब स्वच्छ रहे। बीच शहर के इस बड़े और ऐतिहासिक जल स्त्रोत की स्थिति पूरी तरह बिगड़ चुकी है।

बड़े पैमाने पर शैवाल और जलकुंभी नजर आ रहे हैं किन्तु आसपास रहने वाले लोग ही घर का कूड़ा-करकट निकाल कर तालाब में ही फेंक रहे हैं जिससे एक बार फिर तालाब में गंदगी का खतरा मंडराने लगा है। घर का कचरा निकालकर तालाब में फेंकने वाले आसपास के लोग ही शामिल हैं किन्तु नगर निगम ने इन पर जुर्माने की कार्रवाई अब तक नहीं की है।
