

बिलासपुर – एनटीपीसी सीपत में एक बड़ा हादसा हो गया। जिसमें एक मजदूर की मौत हो गई जबकि पांच मजदूर घायल हो गए तीन घायलों को तो इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई जबकि एक घायल का फूलों में इलाज चल रहा है घटना सीपत के यूनिट 5 में हुई है जहां बॉयलर गिरने से मजदूर उसके नीचे दब गए हालांकि प्रबंधन में तत्काल चिकित्सा उपलब्ध कराने की पहल की लेकिन परिजनों के साथ क्षेत्रवासियों में एनटीपीसी प्रबंधन के प्रति नाराजगी दिखी। बिलासपुर में स्थित एनटीपीसी में सैकड़ो की संख्या में कर्मचारी काम करते हैं और यहां मौजूद इकाइयों में बिजली का उत्पादन किया जाता है बुधवार को भी यहां पूर्व की तरह यथावत काम चल रहा था कि लगभग 12 से 12:30 बजे के बीच सीपत एनटीपीसी के यूनिट 5 में मौजूद प्लांट में 60 टन वजनी ऐश टैंक गिरने से उसके नीचे 6 से 7 मजदूर दब गए।टैंक गिरने के बाद प्रबंधन ने तत्काल मजदूरों को बाहर निकाला जिन्हें चिकित्सा के लिए एनटीपीसी के अस्पताल में भेजा गया लेकिन दो मजदूर की गंभीर स्थिति को देखते हुए एक को सिम तो एक को अपोलो रेफर किया गया जिसमें साइंस में मौजूद घायल मजदूर की मौत हो गई जबकि अपोलो में घायल का इलाज चल रहा है मृत्यु मजदूर पौड़ी का श्याम साहू है जो सुबह की शिफ्ट में यहां काम कर रहा था मजदूरों के साथ काम कर रहे प्रत्यक्ष मजदूरों ने बताया कि लगातार प्रबंधन को इस बॉयलर ऐश टैंक के जर्जर स्थिति से अवगत कराया जा रहा था तो वही लगभग लगभग 20 से 21 मीटर ऊंचाई से गिरा है वह तो गनीमत रही की दोपहर का शिफ्ट में हादसा होने से बड़ी दुर्घटना नहीं हुई नहीं तो मित्र को की संख्या बढ़ सकती थी। सरस्वती मजदूर ने पूरी घटना को विस्तार से बताया तो वहीं प्रबंधन की लापरवाही को भी सामने घटना के बाद यूनिट 5 में काम कर रहे मजदूरों के परिजन भी यहां पहुंच गए लेकिन एनटीपीसी प्रबंधन ने उन्हें गेट पर ही रोक दिया जिसकी वजह से यहां परिजनों ने हंगामा बच्चा दिया परिजनों का कहना था कि उन्हें उनके परिजनों की जानकारी दी जाए लेकिन प्रबंधन के द्वारा उन्हें स्पष्ट जानकारी नहीं दी गई जिससे उनके अंदर आक्रोश दिखाई दिया शाम 4:00 के लगभग परिजनों को प्रबंधन के द्वारा जानकारी दी गई जिसके बाद परिजन उनसे मिलने की जिद पर आड़े रहे। एनटीपीसी सीपत के प्र प्रवीण रंजन भारती ने पूरे घटनाक्रम की जानकारी देते हुए बताया कि एक मजदूर की मौत हुई है जबकि एक घायल को अपोलो इलाज के लिए भेजा गया है जबकि बाकी घायलोंका एनटीपीसी सीपत के अस्पताल में इलाज कराकर छुट्टी दे दी गई है इसके साथ ही जो भी सरकार के द्वारा हादसे के बाद मजदूरों को नियम तय किए गए हैं उसके अनुरूप कार्य किया जाएगा तो वही एनटीपीसी प्रबंधन में किसी भी तरह की लापरवाही से इनकार किया । हादसे के बाद यहां लोगों का आक्रोश फूट पड़ा और उन्होंने सड़क पर चक्का जाम कर दिया। इसके बाद यहां पुलिस की आलाधिकारी और बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिए गए इसके बाद घंटे मशक्कत करते हुए पुलिस ने आक्रोशित लोगों को सड़कों से हटाया जिसके बाद यहां आवागमन सामान्य हो सका। एनटीपीसी सीपत में हुए इस हादसे ने एक घर के चिराग को बुझा दिया लेकिन इससे भी ज्यादा जरूरी या है की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम एनटीपीसी प्रबंधन को करने चाहिए थे मजदूर का कहना है कि बॉयलर में समस्या थी लेकिन प्रबंधन इस दिशा में ध्यान नहीं दे रहा था निश्चित तौर पर हादसे बात कर नहीं आते लेकिन अगर पूर्व से ही इन पर रोकथाम कर लिया जाए तो इन्हें तन जरूर जा सकता है हंगामा के बाद एनटीपीसी प्रबंधन ने यहां सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है।