
खरीफ सीजन में किसानों को गुणवत्तापूर्ण खाद, बीज और कीटनाशक उपलब्ध कराने कांकेर जिला प्रशासन द्वारा जिला स्तरीय टीम गठित की गई है। टीम ने विगत 4 अगस्त को भानुप्रतापपुर विकासखण्ड के कोरर के निजी कृषि दुकानों में छापेमारी कर कालाबाजारी पर नकेल कसा। कृषि विभाग के सहायक संचालक श्री सुधीर ददोरिया और श्री गुंजन सिंग भदौरिया के नेतृत्व में खाद-बीज निरीक्षक श्री अमिनेश गावड़े, कृषि अधिकारी किरण भंडारी, प्रवीण कवाची और आशीष साहू ने कोरर में संचालित निजी कृषि केंद्रों में दबिश दी। इस दौरान दुकानों में लगे पीओएस मशीनों और स्टॉक का भौतिक सत्यापन किया गया, जिसमें गड़बड़ियां पाई गई।भानुप्रतापपुर के वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी ने बताया कि किसानों ने कोरर क्षेत्र के निजी कृषि केंद्र पर दो से तीन गुना अधिक कीमत पर रासायनिक खाद बिक्री करने की शिकायत दूरभाष के माध्यम से की थी। इस पर कृषि विभाग की टीम ने कार्यवाही करते हुए कोरर बाजार दिवस के दिन निजी कृषि सेवा केंद्र विजय ट्रेंड्स खाद गोदाम का निरीक्षण किया।

गोदाम में मौजूदा स्टॉक में दो सौ बोरी यूरिया खाद उपलब्ध पाया गया। किसानों ने शिकायत की थी कि एक बोरी यूरिया 500 रुपए से 600 रुपए में बेचा जा रहा है, जिस पर कृषि विभाग द्वारा तत्काल कार्यवाही करते हुए खाद खरीदने आए किसानों को शासन द्वारा निर्धारित दर 266.50 रुपए में यूरिया, 1350 रुपए में डीएपी, 1535 रुपए में पोटाश और 495 रुपए में एसएसपी राखड़ उपलब्ध कराया गया। खाद खरीदने आए 27 किसानों को 79 बोरी यूरिया खाद शासकीय दर 266.50 रुपए की दर से दिलाया गया। कृषि विभाग के अधिकारियों ने निजी कृषि दुकान संचालकों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि किसानों के साथ लूट, कालाबाजारी और जमाखोरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने किसानों से कहा कि निजी कृषि दुकान संचालकों द्वारा अधिक दर पर रासायनिक खाद बेचे जाने पर कृषि विभाग के अधिकारियों को तत्काल सूचित करें, ताकि अविलंब कार्यवाही की जा सके।