
बिलासपुर, ग्राम पंचायत मोहतरा के ग्रामीणों ने पुलिस अधीक्षक और कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर ग्रामसभा में भ्रष्टाचार उजागर करने वाले एनएसयूआई छात्र नेता रंजेश सिंह पर हमले और झूठे केस दर्ज करने का आरोप लगाया है। उन्होंने इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की अपील की है। ग्रामीणों का कहना है कि 28 जुलाई को ग्रामसभा की बैठक में युवक रजेंद्र सिंह ने पंचायत के कार्यों में हो रहे भ्रष्टाचार और गड़बड़ी को उजागर किया था। उसने आरोप लगाया कि योजनाओं के क्रियान्वयन में अनियमितताएं हो रही हैं। इस खुलासे के बाद बैठक में ही कुछ लोगों ने उस पर हमला करने की कोशिश की और जान से मारने की धमकी दी।

ग्रामीणों का आरोप है कि यह कार्रवाई उसे डराने और सच्चाई छुपाने के उद्देश्य से की गई है, जिससे गांव का माहौल भी तनावपूर्ण हो गया है। ग्रामीणों ने मांग की है कि इस घटना की निष्पक्ष जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए, रजेंश सिंह को सुरक्षा दी जाए, झूठे मामलों को वापस लिया जाए और गांव में शांति कायम रखने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएं। साथ ही, उन्होंने कहा कि इस प्रकार की घटनाएं लोकतंत्र और विकास के लिए गंभीर खतरा हैं। ज्ञापन में यह भी उल्लेख है कि अगर प्रशासन समय रहते उचित कार्रवाई नहीं करता, तो वे आगामी दिनों में उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। एनएसयूआई के सदस्य बड़ी संख्या में कलेक्टर और एसपी के समक्ष ज्ञापन पेश कर उचित कार्यवाही की मांग की।