
बिलासपुर अटल बिहारी बाजपेयी विश्वविद्यालय कोनी,में कार्यरत करीब 40 गार्ड एवं सफाई कर्मचारियों की सेवाएं 1 अगस्त से बंद कर दी गई हैं। ये कर्मचारी विगत कई वर्षों से संस्था में कार्यरत थे और न्यूनतम वेतन पर काम कर रहे थे। उनकी सेवाएं अचानक समाप्त किए जाने से वे बेरोजगार हो गए हैं, जिससे उनके सामने आजीविका का संकट खड़ा हो गया है।सफाई कर्मियों की सेवा समाप्ति के मामले में छत्तीसगढ़ मुक्त मोर्चा ने संज्ञान लेते हुए विश्वविद्यालय प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। मोर्चा के अनुसार, इन श्रमिकों को यूनियन से जोड़ा गया था, और अगस्त 2024 से इन्हें न्यूनतम वेतन तथा भविष्य निधि का लाभ भी मिलने लगा था।

इसके बाद से विश्वविद्यालय प्रबंधन ने इनका ठेका बदलने की साजिश रची, ताकि इन श्रमिकों को हटाकर नई भर्ती की जा सके। इस मुद्दे को लेकर सफाई कर्मचारी एवं छत्तीसगढ़ मुक्त मोर्चा के प्रतिनिधियों ने कलेक्टर कार्यालय में ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में मांग की गई कि हटाए गए सभी कर्मचारियों की सेवा तत्काल बहाल की जाए और उनके हितों की रक्षा की जाए। मोर्चा ने यह भी आरोप लगाया कि श्रमिकों के साथ अन्यायपूर्ण व्यवहार किया गया है, जबकि वे लंबे समय से विश्वविद्यालय में सेवाएं दे रहे थे। श्रमिकों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो वे उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। फिलहाल, जिला प्रशासन से मामले में हस्तक्षेप की मांग की गई है।