
बिलासपुर: छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट ने राज्य के तीन वरिष्ठ वकीलों को सीनियर एडवोकेट का दर्जा देने का निर्णय लिया है। गुरुवार को चीफ जस्टिस रमेश सिन्हा की अध्यक्षता में हुई फुल कोर्ट बैठक में अधिवक्ता अशोक कुमार वर्मा, मनोज परांजपे और सुनील ओटवानी को यह प्रतिष्ठित उपाधि प्रदान की गई। यह नियुक्तियां अधिवक्ता अधिनियम 1961 की धारा 16 के तहत हुई हैं।तीनों अधिवक्ता लंबे समय से संवैधानिक, सिविल और सर्विस मामलों में प्रैक्टिस कर रहे हैं। सुनील ओटवानी अतिरिक्त महाधिवक्ता रह चुके हैं और कई महत्वपूर्ण मामलों में न्याय मित्र भी नियुक्त हुए हैं।सीनियर एडवोकेट का दर्जा कानूनी पेशे में एक अहम मुकाम माना जाता है। इस दर्जे के बाद ये वकील सीधे मुवक्किल से केस नहीं ले सकते, बल्कि अन्य वकीलों के माध्यम से ही पैरवी करेंगे। इस फैसले के साथ ही छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट की सीनियर एडवोकेट्स सूची में अब तीन और नाम जुड़ गए हैं।