

बिलासपुर – सावन के अंतिम सोमवार को बिलासपुर जिला कांग्रेस कमेटी ग्रामीण ने नन्दी एवं गौ माता सुरक्षा कांवड़ यात्रा का आयोजन किया। यह यात्रा सड़कों पर विचरण कर रहे नन्दियों और गौ माताओं की सुरक्षा की मांग को लेकर निकाली गई, जिसका समापन शिव मंदिर में जलाभिषेक के साथ हुआ।
यात्रा की शुरुआत तिफरा गौठान, थोक फल-सब्जी मंडी के पीछे नन्दियों और गौ माताओं की पूजा-अर्चना के साथ हुई। इसके बाद कांवड़िए बछेरा तालाब पहुंचे, जहां से जल लेकर तिफरा मुख्य मार्ग होते हुए यदुनंदन नगर स्थित शिव मंदिर पहुंचे। यहां भगवान शिव का जलाभिषेक कर यात्रा का समापन किया गया।यात्रा में प्रदेश, जिला, ब्लॉक, मंडल, सेक्टर और बूथ स्तर के कांग्रेस पदाधिकारी, कार्यकर्ता, पार्षद, पूर्व पार्षद, जनप्रतिनिधि, युवा, महिला, NSUI,किसान और विभिन्न प्रकोष्ठों के सदस्य बड़ी संख्या में शामिल हुए। इस दौरान गौ माता और नन्दी की सुरक्षा को लेकर नारे लगाए गए और सरकार से ठोस कदम उठाने की मांग की गई।कांग्रेस जिलाध्यक्ष विजय केशरवानी ने कहा कि नन्दी भगवान, जो शिवजी के प्रतीक, कृषि और समृद्धि के प्रतीक माने जाते हैं, सड़कों पर लगातार हादसों का शिकार हो रहे हैं। सरकार केवल गौ पालकों पर एफआईआर कर अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ रही है, जबकि सुरक्षित आश्रय और व्यवस्थाएं उपलब्ध कराना उसकी प्राथमिक जिम्मेदारी होनी चाहिए।उन्होंने कहा कि यह कांवड़ यात्रा राजनीति से ऊपर उठकर एक नैतिक संदेश देने के लिए निकाली गई है, ताकि समाज और सरकार दोनों गौवंश की सुरक्षा और संवर्धन के लिए आगे आएं। जनजागरण अभियान के तहत कांग्रेस पार्टी यह मुद्दा लगातार उठाती रहेगी। ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष लक्ष्मीनाथ साहू ने कहा कि पिछले दो वर्षों से नन्दियों और गौ माताओं की मौतें सड़क हादसों में बढ़ी हैं। पूर्व सरकार की गौठान योजना के तहत जो फंड मिलता था, वर्तमान सरकार ने उसे रोक दिया है, जिससे गौठानों में पशुओं के लिए न दाना-पानी है और न ही उचित व्यवस्था। नतीजतन, पशु सड़कों पर भटकने को मजबूर हैं और हादसों का शिकार हो रहे हैं।तिफरा वार्ड क्रमांक 5 की पार्षद गायत्री लक्ष्मीनाथ साहू ने कहा कि हमारी पार्टी का उद्देश्य गौवंश की रक्षा के लिए ठोस और स्थायी व्यवस्था कराना है। मंदिर कॉलोनी सहित कई मार्गों से यात्रा निकालकर हमने यह संदेश दिया कि गौमाता और नन्दी की सुरक्षा समाज और सरकार, दोनों की जिम्मेदारी है। सावन के पवित्र माह में इस कांवड़ यात्रा के जरिए यह संकल्प लिया गया कि गौवंश की रक्षा के लिए संघर्ष जारी रहेगा। यात्रा के समापन पर कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने भगवान शिव से प्रार्थना की कि गौमाता और नन्दी भगवान को सुरक्षित आश्रय और संरक्षण मिले। उन्होंने कहा कि यह आंदोलन सिर्फ धार्मिक आस्था का विषय नहीं, बल्कि मानवीय और सामाजिक जिम्मेदारी का भी सवाल है। आने वाले समय में यदि सरकार ने ठोस कदम नहीं उठाए, तो जनजागरण से लेकर धरना-प्रदर्शन तक के माध्यम से यह आवाज और बुलंद की जाएगी।