
बिलासपुर जिले में नशे के अवैध कारोबार के खिलाफ चल रही मुहिम के तहत वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह के निर्देशन में थाना सीपत व सायबर सेल की संयुक्त टीम ने ग्राम मटियारी में दबिश देकर 22 किलो गांजा जब्त किया है। झाड़ू बेचने की आड़ में गांजा छिपाकर रखने वाले देवकुमार सूर्यवंशी और बालकृष्ण सिसोदिया उर्फ भुरू को मौके से गिरफ्तार किया गया। आरोपियों के पास से ब्राउन टेप में पैक 10 पैकेट गांजा बरामद किया गया जिसकी कीमत लगभग 3.30 लाख रुपये आंकी गई है।इसी मामले की कड़ी को आगे बढ़ाते हुए थाना सरकंडा पुलिस ने उड़ीसा से गांजा सप्लाई करने वाले मुख्य आरोपी मोहन नाग को भी गिरफ्तार कर लिया।

इससे पहले 6 मार्च को पुलिस ने 10.7 किलो गांजा, एक मोटरसाइकिल और मोबाइल सहित तीन लोगों को पकड़ा था, जिनमें एक नाबालिग भी शामिल था। पूछताछ में सामने आया कि गांजा उड़ीसा से मंगाया गया था, जिसके पीछे मोहन नाग का नाम सामने आया। आरोपी कई दिनों से फरार चल रहा था, जिसे सरकंडा पुलिस ने एंड-टू-एंड जांच करते हुए बलांगीर, उड़ीसा से गिरफ्तार किया।इस पूरे ऑपरेशन में सीएसपी सरकंडा सिद्धार्थ बघेल के पर्यवेक्षण में टीम ने सटीक सूचना और योजनाबद्ध तरीके से कार्रवाई को अंजाम दिया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा टीम के सभी सदस्यों की सराहना करते हुए उन्हें उचित पुरस्कार देने की घोषणा की गई है। पुलिस की ये लगातार कार्रवाई नशे के नेटवर्क पर गहरी चोट कर रही है और जिले को नशामुक्त बनाने की दिशा में बड़ी सफलता मानी जा रही है।