
बिलासपुर – संभागीय मुख्यालय होने के बावजूद बिलासपुर में निर्वाचन शाखा द्वारा आयोग के निर्देशों की अनदेखी की जा रही है। वृद्ध एवं दिव्यांग मतदाताओं से सहमति पत्र भराया जाना है ताकि वे घर से ही बैलेट पेपर के जरिए मतदान कर सकें पर बिलासपुर में बुजुर्गों को मतदान से वंचित किया जा रहा है। भारत निर्वाचन आयोग के द्वारा विधानसभा चुनाव 2023 को लेकर स्पष्ट निर्देश जारी किए गए हैं। इसके तहत दिव्यांग और बुजुर्ग मतदाता जिनकी उम्र 80 वर्ष से अधिक है और जो मतदान करने के लिए वोटिंग बूथ तक नहीं जा सकते ऐसे मतदाताओं को चिन्हित कर सहमति पत्र भराना है। स्पष्ट निर्देश के बावजूद संभागीय मुख्यालय बिलासपुर में ही निर्वाचन कार्य में लगे बी एल ओ और अन्य कर्मचारी लापरवाही बरत रहे हैं। शहर में ही कई बुजुर्ग ऐसे हैं जिनसे सहमति पत्र नहीं भराया गया है।
इस संबंध में बात किए जाने पर उप जिला निर्वाचन अधिकारी शिवकुमार बनर्जी का कहना है की भूल वश कोई मतदाता छूट गया होगा अन्यथा सभी वृद्ध मतदाताओं को चिन्हित कर उनसे सहमति पत्र भराया गया है। उन्होंने कहा कि ऐसे मतदाता अपने मतदान केंद्र में परिजन को भेज कर अपना नाम चिन्हित कर सकते हैं, ऐसे में उन्हें बेलेट पेपर देकर घर से ही मतदान कराया जाएगा।
आयोग के स्पष्ट निर्देशों के बावजूद निर्वाचन कार्य में लगे कर्मचारियों अधिकारियों के द्वारा इस तरह की गंभीर लापरवाही बरती जा रही है। ऐसे में बुजुर्ग और विकलांग के साथ कोरोना पीड़ित मतदाताओं को मतदान से वंचित रहना पड़ सकता है। जबकि मताधिकार संविधान से प्राप्त मौलिक अधिकार के तहत आता है।